जान जोखिम में डाल बंद रेलवे फाटक को बेखौफ पार करते हैं लोग,फाटक से आरपीएफ रहती नदारद
जान जोखिम में डाल बंद रेलवे फाटक को बेखौफ पार करते हैं लोग,फाटक से आरपीएफ रहती नदारद
*➡️लगातार दुर्घटनाओं के बाद भी रेलवे प्रशासन लापरवाह*
जान जोखिम में डाल बंद रेलवे फाटक को बेखौफ पार करते हैं लोग,फाटक से आरपीएफ रहती नदारद
यूपी/फ़तेहपुर: जनपद के शादीपुर में सुरक्षा के लिए बनाए गए रेलवे फाटक की अहमियत को दरकिनार कर लोग फाटक बंद होने के बावजूद अपनी जान जाेखिम में डालकर दोपहिया वाहन काे फाटक पार करा रहे हैं। इन लोगों को न अपनी जान की परवाह है और न ही रेलवे सुरक्षा बल का डर। क्योंकि आरपीएफ अक्सर रेलवे क्रासिंग से नदारद ही रहती है। बता दें कि शादीपुर स्थित रेलवे फाटक पर आए दिन इस प्रकार का माजरा देखने को दिनभर मिलता है कि रेलवे क्रासिंग को ट्रेन आने की सूचना मिलते ही रेलवे कर्मचारी बंद कर देते हैं पर लोगों का आना जाना जारी रहता है उसे रोकने टोकने वाला कोई नही रहता इससे दुर्घटनाये घटित होने की सम्भावनाये बढ़ जाती है और इस रेलवे फाटक पर अक्सर दुघटनायें होती ही रहती है। क्योंकि बंद रेलवे फाटक को पार करने वाले लोगों को रोकने के लिए यहाँ कोई भी कर्मचारी मौजूद नही रहता है। कहने को तो बंद रेलवे फाटक को पार करने वालो को देखने के लिए सीसीटीवी कैमरा भी क्रासिंग पर लगा है और सजा के प्रावधान लिखे बोर्ड भी पर लोगों को जल्दबाजी के आगे इन सबका उन पर कोई असर नही पड़ता।
और रेलवे प्रशासन और सजा के प्रावधान का बोर्ड लगा कर दुर्घटनायें होने के बाद भी लापरवाह बना हुआ है। ऐसी ही दुर्घटना आज भी एक व्यक्ति के साथ घटित हुई और अभी कुछ दिन पहले ही पुलिस के चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के साथ भी हो चुकी है इसके पहले भी कई दर्दनाक दुर्घटनायें घटित हो चुकी है जिसमे लोगों को अपनी जान गवानी पड़ी है, इस रेलवे क्रासिंग पर अनगिनत लोगों की जान जाने के बाद भी रेलवे प्रशासन अभी तक नही चेता है। यहां रेलवे के कर्मचारी रेल आने की सूचना पर फाटक को बंद तो कर देते है। लेकिन पैदल, साइकिल व दोपहिया वाहन वाले ज्यादातर लोग जल्दबाजी में अपनी जान को जोखिम में डालकर बंद फाटक के नीचे से रेलवे लाइन पार करने से बाज नहीं आते हैं। लोग अपनी जान व नियमों को ताक पर रखकर बिना किसी भय के बंद फाटक को पार करते रहते है। नियम विरुद्ध तरीके से रेलवे फाटक को पार कर रहे लोगों को रोकने टोकने वाला रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) का कोई भी कर्मचारी मौजूद नही रहता है। इसे जनपद के रेलवे प्रशासन की लापरवाही माना जाए या नियम विरुद्ध तरीके से फाटक पार कर रहे लोगों की नाफरमानी ?
विजय त्रिवेदी फतेहपुर