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जानिए_कौन_है_सुनिल_कुमार_सिंह पहचान का मोहताज नही ….पढ़िए पूरी कहानी ।

जानिए_कौन_है_सुनिल_कुमार_सिंह पहचान का मोहताज नही ....पढ़िए पूरी कहानी ।

जानिए_कौन_है_सुनिल_कुमार_सिंह पहचान का मोहताज नही ….पढ़िए पूरी कहानी ।


बिहार: व्यक्ति जब संकट में होता है और जो व्यक्ति उसके प्रति पूरी तरह निष्ठावान होता है वह उसकी जिंदगी का हनुमान होता है यह उपमा दी जाती है आज हम आपको बताने जा रहे हैं राजद के ऐसे हैं निष्ठावान कार्यकर्ता के बारे में नाम है सुनील कुमार सिंह पहचान है बिस्कोमान के चेयरमैन है।साथ ही  राजद के विधान पार्षद भी हैं और पार्टी के प्रदेश कोषाध्यक्ष भी। राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के अत्यंत विश्वास तंवर करीबी लोगों में पहले पायदान पर बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के मुंह बोले भाई हैं अपने भाइयों से अनबन के बाद राबड़ी देवी इन्हे ही राखी बांधती है छपरा जिले के डुमरी बुजुर्ग के रहने वाले हैं लंबे वक्त से राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव और उनके परिवार के करीबी रहे है।इनकी चर्चा आज कई कारणों से हो रही है सबसे बड़ा कारण है राजद में सबसे विश्वसनीय चेहरा बनकर सामने आए है।राजपूत जाति से आते हैं इस कारण से राजद में राजपूत राजनीति के एक बड़े धूरी भी हैं रामा सिंह लवली आनंद चेतन आनंद से लेकर दर्जन भर से ज्यादा बड़े राजपूत चेहरे को राजद में शामिल करवा चुके हैं सुनील कुमार सिंह की सबसे बड़ी खासियत है निष्ठावान होना जिस व्यक्ति जिस पार्टी जिस विचारधारा के हैं सदैव उसी में लगे रहते हैं कौन क्या करता है उससे कोई मतलब इन्हें नहीं रहता है पर बिहार की राजनीति बिहार की जमीनी हकीकत से खुद को सदैव अपडेट रखते हैं विधान परिषद में जब बोलते हैं तो सत्ता पक्ष के पसीने छूट जाते हैं तथ्यो की विकिपीडिया हैं सुनील कुमार सिंह।बिस्कोमान के लंबे वक्त से चेयरमैन है इस कारण से कृषि संबंधी जानकारियां इनके पास बहुत सारी है देश के कई बड़े सहकारी संस्थाओं में भी यह उच्च पदों पर हैं। सुनील कुमार सिंह की चर्चा इन दिनों कुछ ज्यादा ही हो रही है और यह चर्चा हो रही है सारण लोकसभा क्षेत्र से इनके उम्मीदवार बनने को लेकर सारण लालू परिवार का सबसे सेफ जोन रहा है पर लालू प्रसाद यादव के बाद उनके परिवार का कोई दूसरा सदस्य सारण सीट पर खड़ा नहीं हुआ। इस बार इस सीट पर सुनील कुमार सिंह को क्षेत्र के लोग और राजनीतिक जानकार चुनाव जिताऊ उम्मीदवार बता रहे हैं हालांकि खुद सुनील कुमार सिंह इस मुद्दे पर कुछ भी कहने से बचते हैं उनका कहना है कि पार्टी और संगठन से बड़ा कोई नहीं है वह किसी पद पर रहे या नहीं रहे 24 घंटे पार्टी की सेवा में तत्पर हैं पार्टी जो भी उन्हें जिम्मेवारी दिया है आगे भी देगा उसका पूरी कर्तव्य निष्ठा से निर्वहन करेंगे। सुनील कुमार सिंह कहते हैं कि सबसे बड़ा लक्ष्य है तेजस्वी यादव को बिहार का मुख्यमंत्री बनाना। जनता ने 2020 में ही जनादेश दिया पर जनादेश को कुचला गया बिहार में बदलाव होना जरूरी है बिहार की जनता एक युवा नेतृत्व चाहती है रोजगार चाहती है भय भूख भ्रष्टाचार मिटाना चाहती है सामाजिक ताने-बाने को मजबूत करना चाहती है सबको समानता के भाव से देखने वाला मुख्यमंत्री चाहती है और यह सब गुण युवा तेजस्वी यादव में

है वे कहते हैं कि आज पूरा पूरे बिहार में घूम जाइए लोगों से पूछिए लोग मौजूदा सरकार से ऊब गए हैं और बिहार में बदलाव चाहते हैं। सुनील कुमार सिंह राजनीति में आने वाले नए लोगों के लिए भी एक बड़ी मिसाल है लोग राजनीति में आते हैं तो तुरंत पार्टी का टिकट चाहते हैं बड़ा पद चाहते हैं बड़ा कद जाते हैं कुछ दिन पार्टी में मेहनत करते हैं अगर उन्हें टिकट नहीं मिलता है तुरंत पाला बदल देते हैं फिर जिस खेमे में जाते हैं वहां भी कुछ दिन तक अपना जलवा बिखेरते हैं फिर वहां भी अगर उन्हें टिकट नहीं मिलता है तो सभी दलों का चक्कर लगा लेते हैं ऐसे में उस व्यक्ति का पूरा राजनीतिक कैरियर चौपट हो जाता है एकाध लोग ही होते हैं जिन्हें मौका मिल पाता है पर सुनील सिंह जैसे लोगों की लंबी राजनीतिक पारी को देखने के बाद यह सीख ली जा सकती है कि आप जिस पार्टी जिस विचारधारा जिस व्यक्ति के प्रति निष्ठावान हैं समय आने पर आपको पद और कद दोनों ही मिलेगा।

अनूप नारायण सिंह की रिपोर्ट l

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