चेस एसोसिएशन ने किया प्रेस वार्ता का आयोजन कहा 7 अप्रैल से तीन दिवसीय ऑल इंडिया चेस प्रतियोगिता होगा शुरू
चेस एसोसिएशन ने किया प्रेस वार्ता का आयोजन कहा 7 अप्रैल से तीन दिवसीय ऑल इंडिया चेस प्रतियोगिता होगा शुरू
चेस एसोसिएशन ने किया प्रेस वार्ता का आयोजन कहा 7 अप्रैल से तीन दिवसीय ऑल इंडिया चेस प्रतियोगिता होगा शुरू
गिरिडीह, मनोज कुमार।
गिरिडीह: शतरंज की स्टेट बॉडी ऑल झारखंड चेस एसोसिएशन की ओर से स्टेट स्तर की अंडर-17 इस ग्रुप की शतरंज प्रतियोगिता पहली बार गिरिडीह में आयोजित होने जा रही है गुरुवार को बनहती स्थित सलूजा गोल्ड इंटरनेशनल स्कूल में चेस एसोसिएशन के सदस्यों ने प्रेस वार्ता कर इसकी जानकारी दी इस बाबत बताया गया कि प्रोफ़ेसर शंभू शरण सिंहा की स्मृति में गिरिडीह डिस्टिक चेस एसोसिएशन यह आयोजन करा रही है। इस बाबत एसोसिएशन के ज्वाइंट सेक्रेट्री सुजीत कुमार सिंह ने बताया कि यह प्रतियोगिता पहली बार गिरिडीह में आयोजित हो रही है। 7 अप्रैल को प्रतियोगिता का शुभारंभ बनहती स्थित सलूजा गोल्ड इंटरनेशनल स्कूल ग्राउंड में होगी जो 9 अप्रैल की संध्या में समाप्ति होगी। बताया गया कि इसमें राज्य के अलग-अलग जिलों से प्रतिभागी शामिल होंगे। वही गर्ल्स और बॉयस में 5 5 प्रतिभागियों को विनर के रूप में चुना जाएगा। जिन्हें ट्रॉफी और 16 हज़ार 500 रुपए नगद देकर पुरस्कृत किया जाएगा। साथ ही इस प्रतियोगिता में भाग लेने वाले सभी प्रतिभागियों को मोमेंटो और मेडल देकर सम्मानित किया जाएगा। डॉक्टर परिमल सिन्हा ने कहा कि मेरे पिताजी की स्मृति में यह प्रतियोगिता आयोजित हो रहा है। पहले दिन उद्घाटन के दौरान मुख्य अतिथि के तौर पर सदर एसडीपीओ अनिल कुमार सिंह और सीसीएल के प्रोजेक्ट अधिकारी संजय कुमार सिंह उपस्थित होंगे। वही 9 अप्रैल को डोरी एरिया के सीसीएल मैनेजर और जिले के डीएसपी मुख्य अतिथि के रुप में उपस्थित होंगे।
कहा की सभी प्रतिभागियों के लिए रहने का निशुल्क व्यवस्था विद्यालय में ही की गई है। उन्होंने गिरिडीह लोगों से अपील करते हुए कहा कि शतरंज का आनंद सलूजा गोल्ड इंटरनेशनल स्कूल ग्राउंड में पहुंचकर ले सकते हैं। इसके लिए कोई इंट्री चार्ज नहीं है मौके पर सलूजा गोल्ड स्कूल के डायरेक्टर जोरावर सिंह सलूजा, रमनप्रीत सलूजा, महेश अमन,कोमल कुमार सिन्हा, आनंद अलंकार, मनीष कुमार , विपिन अग्रवाल ,टिंकू सिन्हा,विनोद कुमार साव, दीपक कुमार ,प्रभात रंजन आदि मौजूद थे।