ग्रामोदय विश्वविद्यालय में तीन नए पाठ्यक्रम प्रारंभ, इसी सत्र से अब एकीकृत बी.एड की पढ़ाई होंगी
कुलपति प्रो भरत मिश्रा ने एनसीटीई का आभार प्रकट किया
ग्रामोदय विश्वविद्यालय में तीन नए पाठ्यक्रम प्रारंभ, इसी सत्र से अब एकीकृत बी.एड की पढ़ाई होंगी
कुलपति प्रो भरत मिश्रा ने एनसीटीई का आभार प्रकट किया
चित्रकूट : महात्मा गांधी चित्रकूट ग्रामोदय विश्वविद्यालय में उपलब्धियों का दौर चल रहा है। नए – नए पाठ्यक्रम प्रारंभ किये जा रहे हैं।शैक्षणिक सत्र 2023-24 से अब महात्मा गांधी चित्रकूट ग्रामोदय विश्वविद्यालय में बी.ए.बी.एड., बी. एस.सी.बी.एड. एवं बी.काम.बी.एड. के चार वर्षीय एकीकृत पाठ्यक्रमों को संचालित किये जाएगे। इस आशय की जानकारी देते हुए कुलसचिव प्रो आर सी त्रिपाठी ने बताया के शिक्षक शिक्षा पाठ्यक्रमों के लिए मान्यतादायी संस्था एन.सी.टी.ई. नई दिल्ली से इन पाठ्यक्रमों के संचालन के लिए महात्मा गांधी चित्रकूट ग्रामोदय विश्वविद्यालय को आज पत्र प्राप्त हो गया है। इस सूचना के बाद से ही ग्रामोदय परिवार में हर्ष का वातावरण बन गया है।कुलपति प्रो भरत मिश्रा ने इस उपलब्धि के लिए सभी का समेकित प्रयास बताते हुए एनसीटीई का आभार प्रकट किया है।
डॉ श्याम सिंह गौर ने बताया कि इन पाठ्यक्रमों में प्रवेश की न्यूनतम अर्हता सम्बंधित विषय में इंटरमीडिएट / हायर सेकेण्डरी होगी। प्रत्येक पाठ्यक्रम में एन.सी.टी.ई. द्वारा 50-50 सीटों की मान्यता प्रदान की गई है। सत्र 2023-24 में प्रवेश की प्रक्रिया अप्रैल माह से प्रारम्भ हो जायेगी।इन पाठ्यक्रमों में प्रवेश नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) द्वारा राष्ट्रीय स्तर की परीक्षा के माध्यम से किया जायेगा।
भारत सरकार के उच्च शिक्षा विभाग की नई शिक्षा नीति 2020 के क्रियान्वयन का यह महत्वाकांक्षी पायलट प्रोजेक्ट है, जो कि देश के चुने हुए पचास उच्च शिक्षण संस्थानों में संचालित किया जा रहा है।
विजय त्रिवेदी चित्रकूट