गिरिडीह कॉलेज गिरिडीह में आयोजित किया गया सेमिनार, वर्ल्ड रिकॉर्ड होल्डर अजीत भारती रहें उपस्थित
गिरिडीह कॉलेज गिरिडीह में आयोजित किया गया सेमिनार, वर्ल्ड रिकॉर्ड होल्डर अजीत भारती रहें उपस्थित
गिरिडीह कॉलेज गिरिडीह में आयोजित किया गया सेमिनार, वर्ल्ड रिकॉर्ड होल्डर अजीत भारती रहें उपस्थित
गिरिडीह: गिरिडीह कॉलेज गिरिडीह में मंगलवार को इंस्पिरेशनल वर्कशॉप का आयोजन बीएड विभाग की ओर से आयोजित किया गया। इस सेमिनार में इंडिया एशिया और वर्ल्ड रिकॉर्ड होल्डर में अपनी ख्याति प्राप्त कर चुके मेमोरी ट्रेनर अजीत भारती मुख्य रूप से उपस्थित थे। मौके पर कॉलेज के प्राचार्य डॉ समीर सरकार, अंग्रेजी विभागाध्यक्ष डॉ मृगेंद्र नारायण सिंह प्रोफेसर विनीता कुमारी मुख्य रूप से उपस्थित थे। कार्यक्रम की शुरुआत सबसे पहले प्राचार्य डॉ समीर सरकार ने अजीत भारती को बुके और शॉल ओढ़ाकर स्वागत किया। तत्पश्चात मेमोरी ट्रेनर, प्राचार्य, प्रोफेसर के द्वारा भारत माता की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर और दीप प्रज्वलित कर किया गया। इसके बाद मेमोरी ट्रेनर अजीत भारती ने वर्तमान कंपटीशन के जमाने में कैसे शब्दों को याद किया जाए और बड़े-बड़े प्रॉब्लम्स हो कैसे चटकियो में सॉल्व किया जाए उस के गुर सिखाए। मालूम हो कि अजीत भारती 1 मिनट में दो सौ शब्द याद कर इसका जवाब देने का विश्व रिकॉर्ड बना चुके।
जिसका प्रयोग उपस्थित बीएड प्रशिक्षुओं के सामने करके दिखाया गया। सेमिनार के दौरान बीएड के 55 विद्यार्थियों ने बारी बारी से ब्लैक बोर्ड में अलग-अलग नंबर लिखें। ब्लैक बोर्ड में लिखते समय उस नंबर को बस एक बार अजीत भारती ने सुना और उसके बाद बिना देखें सारे नंबर को एक बार में बोलकर सामने रख दिए। साथ ही उन्होंने सेमिनार के दौरान झारखंड नाम के महत्व के साथ-साथ कई शिक्षा और ज्ञान से संबंधित बातों को विद्यार्थियों के समक्ष रखा। इस बाबत एमएन सिंह ने बताया कि अजीत भारती में एक अलग प्रकार की मेमोरी पावर है। जिसके कारण आज एशिया के अलावे विश्व में भी अपनी ख्याति प्राप्त कर चुके हैं। उन्होंने कहा कि उनके याद करने की क्षमता अनुकरणीय है। प्रोफेसर विनीता कुमारी ने बताया कि इस सेमिनार के माध्यम से अजीत भारती सर ने वर्ड मेमोरी कैसे ज्यादा से ज्यादा बढ़ाया जाए और कैसे स्टोरी के माध्यम से जल्दी याद किया जाए इसके अलग-अलग टिप्स बच्चों को दिए। अजीत भारती ने बताया कि मेमोरी ट्रेनर के रूप में बहुत दिनों से काम करते हुए आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि इंडिया एशिया और वर्ल्ड में भी इस तरह के कार्यक्रम आयोजित कर चुके है। उन्होंने कहा कि हम मिनटों में कैसे किसी चीजों को याद कर सकते हैं इसकी जानकारी लोगों को देने का काम करते हैं। उन्होंने कहा कि झारखंड का शायद मेरा पहला दौरा है। इसीलिए यहां के लोगों से भी मुझे रूबरू होकर कैसे सवालों के जवाब जल्दी और सटीक याद किया जाए उसको लेकर बताने का काम कर रहे हैं। मौके पर कॉलेज के अध्यापक व बीएड के प्रशिक्षु छात्र छात्राएं उपस्थित थे।