खुश खबरी , झारखंड राजधानी में लगेगा स्मार्ट मीटर जाने क्या है करना…..
खुश खबरी , झारखंड राजधानी में लगेगा स्मार्ट मीटर जाने क्या है करना.....
खुश खबरी , झारखंड राजधानी में लगेगा स्मार्ट मीटर जाने क्या है करना…..
झारखंड: कुंवर यादव (ब्यूरो रिपोर्ट)
रांची : झारखंड के राजधानी रांची में प्रीपेड स्मार्ट मीटर लगाने प्रक्रिया शुरू कर दी गई है । भारत के कई राज्यों में प्रीपेड स्मार्ट मीटर लगा दिया गया है और यह स्मार्ट मीटर सफल साबित हुआ है । आपको बता दें कि लंबे समय के बाद झारखंड राजधानी के उपभोक्ताओं ने भी यह स्मार्ट मीटर का इंतजार कर रहा था , लेकिन अब इंतजार खत्म होगा । फिलहाल झारखंड की राजधानी रांची में जीनेस कंपनी के द्वारा प्रीपेड स्मार्ट मीटर लगाने का काम शुरू कर दिया है । यह स्मार्ट मीटर लगाने का काम शुरू कर दिया है फिलहाल झारखंड राजधानी रांची के शहरी क्षेत्रों के 3.50 लाख घरों में स्मार्ट मीटर लगाए जाएंगे । यह पायलट प्रोजेक्ट के तहत 250 करोड रुपए खर्च किए जाएंगे , आपको यह भी बता दे कि जानकारी के अनुसार लगभग 45 हजार स्मार्ट मीटर राजधानी रांची फिलहाल अभी तक पहुंच चुका है । पायलट प्रोजेक्ट के तहत 1000 घरों में स्मार्ट मीटर लगाए जाएंगे जो अपर बाजार इलाके से स्मार्ट मीटर लगाने का काम शुरू किया जाएगा यह एक हजार स्मार्ट मीटर उन लोगों के घर पर लगाए जाएंगे जिन्होंने बिजली के नए कनेक्शन के लिए पहले से आवेदन कर रखा था इसके बाद राजधानी रांची के अन्य इलाकों में स्मार्ट मीटर लगाने का कार्य शुरू किया जाएगा।
एमआरटी जांच एजेंसी ने क्या कहा :
आपको यह भी बता दें कि फिलहाल 1000 स्मार्ट मीटर जांच के लिए एमआरटी भेजा गया था जिसमें जांच में सफल रहा, जानकारी के अनुसार रांची पहुंचे 45000 प्रीपेड स्मार्ट मीटरों में 1000 मीटर को एमआरपी जांच में सफल हुआ अब पायलट प्रोजेक्ट के तहत इन्ही मित्रों को एक हजार घरों में लगाया जाएगा ।
क्या यह मीटर लगने के बाद तुरंत बिल आना शुरू होगा जाने क्या है प्रक्रिया:
मिली जानकारी के अनुसार बताया गया कि पायलट प्रोजेक्ट के तहत जो 1000 स्मार्ट मीटर लगने के बाद उसकी टेस्टिंग की जाएगी बिजली वितरण निगम लिमिटेड के अधिकारियों के द्वारा इस पर गहनता से नजर रखी जाएगी अधिकारी यह देखेंगे कि जिन जिन घरों में स्मार्ट मीटर लगाए गए हैं वह मीटर ठीक से काम कर रहा है या नहीं, उसमें यह भी देखा जाएगा कि लगाए गए स्मार्ट मीटर में कोई खामियां तो नहीं है, सूत्रों के अनुसार बताया गया कि फिलहाल तीन से चार महीनों तक ऊर्जा मित्र द्वारा ही मीटरों की रीडिंग की जाएगी । और उसके बाद मिलान ऑटोमेटिक बिलिंग से की जाएगी इसके बाद सभी पहलुओं की गहनता से समीक्षा की जाएगी अगर सभी चीजें सही पाए जाने के बाद तीन से चार महीनों में किसे प्रीपेड स्मार्ट मीटर में तब्दील कर दिया जाएगा ।
झारखंड बिजली वितरण निगम लिमिटेड अधिकारियों के द्वारा बताया गया कि यह झारखंड में स्मार्ट मीटर लगना उपभोक्ताओं के लिए आसान रहेगा यह हमारा प्राथमिकता है हम लोग सभी मिलकर इसे कैसे सरल बनाएं इसी को लेकर पूरे झारखंड में स्मार्ट मीटर लगाया जा रहा है ताकि उपभोक्ताओं को कोई परेशानी ना हो और आसानी से बिल भुगतान कर सके और उस बिल भुगतान के माध्यम से उतना ही बिजली का खपत कर सके यह उपभोक्ताओं के लिए सरल उपाय होगा कि जितना बिजली उपयोग करेंगे उपभोक्ता उतना ही उसका बिजली का बिल उठेगा और उतना ही का रिचार्ज करेंगे फिलहाल इस पर हम लोग गहनता से विचार कर रहे हैं जल्द से जल्द पूरे झारखंड में स्मार्ट प्रीपेड मीटर से लैस होगा ।