हज़ारीबाग ब्यूरो रिपोर्ट
हज़ारीबाग: कोरोना के इस अदृश्य महामारी के बीच लॉकडाउन से समाज का एक बड़ा तबका प्रभावित हुआ है और अपना पेट भरने को चिंतित है। ऐसे असहाय, लाचार, बेबस जरूरतमंद और गरीबों का सहारा बनकर हजारीबाग सदर विधायक मनीष जायसवाल उभरे हैं। उन्होंने भूखों को पका भोजन कराने और जरूरतमंदों तक कच्चा राशन भेजवाने का कार्य विगत एक सप्ताह पूर्व से शुरू किया है जो निरंतर जारी है। इसके लिए उन्होंने अपने विधायक कार्यालय परिसर में नमो आहार केंद्र की स्थापना की है। जिसके माध्यम से प्रतिदिन सैकड़ों भूखों का पेट भरा जाता है। यहां लोगों को अलग- अलग दिन अलग- अलग प्रकार का भोजन खुद उनके और उनकी धर्मपत्नी निशा जायसवाल के द्वारा परोसा जाता है। उक्त केंद्र संचालन के आठवें दिन सोमवार को भोजनालय में लंबी कतार दिखी। यहां करीब 500 से अधिक लोगों को चावल, दाल और सब्जी खिलाकर उनका भूख मिटाया गया। भोजनालय संचालन के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का भी पूरा ध्यान रखा जाता है साथ ही कोरोना के संक्रमण को लेकर लाइव किचन में कार्यरत कूूक, सफाईकर्मी और भोजन वितरक भी पूरी सावधानी बरतते हैं। इसके अलावे क्षेत्र के करीब 50 हजार जरूरतमंदों तक खाद्यान्न सामग्री व साबुन युक्त फूड पैकेट्स भेजवाने का भी कार्य युद्ध स्तर पर जारी है। विधायक कार्यालय में भोजनालय के बंद होते ही खुद विधायक श्री जायसवाल अपने परिवार और कार्यकर्ताओं संग मिलकर देर रात्रि तक इन फूड पैकेट्स को ना सिर्फ तैयार कर रहे हैं बल्कि क्षेत्र में जरूरतमंद लोगों तक पहुंचे इसकी भी खुद मॉनिटरिंग कर रहे हैं ।
मौके पर सदर विधायक मनीष जायसवाल ने बताया की मानव सेवा से बढ़कर कोई सेवा नहीं होता। भूखे लोगों को भोजन कराना और जरूरतमंदों के लिए भोजन सामग्री का इंतजाम करना ऐसे विकट समय में हम जैसे समाज के तमाम सक्षम लोगों का परम कर्तव्य बनता है। उन्होंने अपने सामर्थ्य के अनुरूप समाज के सभी लोगों को इस तरह के पहल में आगे आकर सेवा करने का आग्रह भी किया ।