कोरोना की लहर में बच्चों की पढ़ाई में पड़ा असर,कोविड को लेकर बंद है स्कूल बच्चें खेलने में मशगूल….
कोरोना की लहर में बच्चों की पढ़ाई में पड़ा असर,कोविड को लेकर बंद है स्कूल बच्चें खेलने में मशगूल....
कोरोना की लहर में बच्चों की पढ़ाई में पड़ा असर,कोविड को लेकर बंद है स्कूल बच्चें खेलने में मशगूल….
संवाददाता: ईश्वर यादव
बरकट्ठा: – वैश्विक महामारी कोरोना से जहां पूरे देश की अर्थव्यवस्था चौपट होती नजर आ रही है। वहीं बच्चों की पढ़ाई पूरी तरह से ठप दिख रही है।लंबे समय से स्कूल बंद रहने से बच्चों की रुचि पढ़ने के बजाय खेलने में अधिक हो गया हैं।कोरोना महामारी से इतर बच्चे बेफिक्र बारिश के बीच खेतों में खेलने में मशगूल हैं।कहने का तो ऑनलाइन शिक्षा दिया जा रहा है। परंतु शिक्षा मात्र सरकारी आंकड़ों में ही दिखता है।ज़मीनी हक़ीक़त यह है कि 5 प्रतिशत बच्चें ही ऑनलाइन शिक्षा का लाभ उठा पा रहे है।खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में बहुसंख्यक अभिभावक के पास एंड्राइड मोबाइल उपलब्ध नहीं है।वहीं कहीं बिजली व अर्थ के अभाव में मोबाइल चार्ज की समस्या है।पर सरकार के नुमाइंदे डेटा का खेल खेलने में माहिर है।जबकि धरातलीय स्थिति बिल्कुल भिन्न है।अब तक स्कूलों में नए सत्र के किताबें नहीं पहुंची।
बच्चे बिना पुस्तक का पढ़ने के लिए विवश है।गौरतलब हो कि कई शिक्षक कोविड जैसी आपदा में प्रखंड मुख्यालय से बाहर है।जिससे स्कूल के पोषक क्षेत्र में ऑनलाइन शिक्षा का डेटा सही रूप से नहीं मिल पा रहा है।कोरोना को कोई अवसर तो कोई इसे चुनौती के रूप में देख रहा है।ग़ौरतलब है कि प्रखंड के कुछ स्कूल ऑनलाइन शिक्षा में बेहतर प्रदर्शन भी कर रहे है।अब देखना होगा कि इस ऑनलाइन शिक्षा से बच्चों को कितना लाभ मिल पाता है।