कार्तिक अमावस्या की रात्रि को मां काली की भव्य रूप से पूजा अर्चना की गई ।
कार्तिक अमावस्या की रात्रि को मां काली की भव्य रूप से पूजा अर्चना की गई ।
कार्तिक अमावस्या की रात्रि को मां काली की भव्य रूप से पूजा अर्चना की गई ।
गिरिडीह, मनोज कुमार।
गिरिडीह : कार्तिक अमावस्या की रात्रि को मां काली की भव्य रूप से पूजा अर्चना की गई। शहर के अलावे ग्रामीण क्षेत्रों में भी भक्त देर रात तक मां काली की आराधना में लीन रहे। वहीं शहर के बंगला स्कूल में भव्य पंडाल बनाकर काली पूजा अर्चना की गई।
कार्तिक अमावस्या के मौके पर सोमवार को देर रात तक मां काली की पूजा अर्चना की गई। शहर से लेकर गांव तक भक्तों ने श्रद्धा भाव से मां काली की अराधना की। इस दौरान शहर के श्मशान घाट स्थिति मां श्मशान काली की भव्य रूप से पूजा अर्चना की गई। वहीं शहर के काली बाड़ी, बरमसिया काली मंदिर, त्रिमुर्ति काली मंदिर, बरगंडा काली मंदिर के अलावे शहर के कई हिस्सों में मां काली की भव्य प्रतिमा स्थापित कर भक्त रातभर मां काली की आराधना में जूटे रहें। इस दौरान मां काली को फल फुल के अलावे मुख्य रूप से खिचड़ी और खीर का भोग लगाया गया। पूजा के बाद भक्तों के बीच भोग का प्रसाद वितरण किया गया।
इधर शहर के मकतपुर स्थित बंगला स्कूल में रविन्द्र ग्रांथागार समिति द्वारा भव्य पंडाल बनाकर मां काली की भव्य रूप से पूजा अर्चना की गई। सोमवार की शाम से पंडाल में मां काली के दर्शन के लिए भक्तों की भीड़ उमड़ने लगी थी। देर रात तक एक ओर जहां दर्शन का सिलसिला जारी रहा। वहीं समिति के लोग मां अराधना में लीन थे। पूजा के बाद यहां भी भक्तों के बीच प्रसाद के रूप खिचड़ी का भोग वितरण किया गया।