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एचजेडबी सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल हजारीबाग में अब न्यूरो से संबंधित इलाज की सुविधा जिले वासियों को मिलेगी 

मानव सेवा हमारी प्राथमिकता लोगों को इलाज की सारी सुविधाएं हजारीबाग आरोग्यम में उपलब्ध कराना मेरा मिशन: हर्ष अजमेरा

एचजेडबी सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल हजारीबाग में अब न्यूरो से संबंधित इलाज की सुविधा जिले वासियों को मिलेगी 

 मेडिका हॉस्पिटल में कंसलटेंट न्यूरो सर्जन डॉ अमित कुमार देंगे हर महीने के पहले और तीसरे सोमवार को 2 दिनों की सेवा: एडमिनिस्ट्रेटर

 

 ब्रेन में ब्लड क्लोट कर जाने से पैरालाइसिस की स्थिति बनती है जिसे लोग लकवा समझ लेते हैं तुरंत इलाज हो तो वे ठीक हो सकते हैं: डॉ अमित कुमार

मानव सेवा हमारी प्राथमिकता लोगों को इलाज की सारी सुविधाएं हजारीबाग आरोग्यम में उपलब्ध कराना मेरा मिशन: हर्ष अजमेरा

हजारीबाग : हजारीबाग के विख्यात एचजेडबी सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल में अब लोगों को न्यूरोलॉजिस्ट डाक्टर का भी सेवा प्राप्त होगा। रांची मेडिका हॉस्पिटल के कंसलटेंट डॉक्टर अमित कुमार अब महीने में दो दिन एचजेडबी आरोग्यम हॉस्पिटल में भी सेवा देंगे। यह जानकारी हॉस्पिटल एडमिनिस्ट्रेटर जया सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दी। मौके पर न्यूरो सर्जन डॉक्टर अमित कुमार भी मौजूद थे। डॉक्टर अमित कुमार ने बताया कि वह मेडिका हॉस्पिटल में कंसलटेंट न्यूरो सर्जन है। हजारीबाग में लोगों को न्यूरो से संबंधित बीमारी से निपटने के लिए उन्हें हजारीबाग में ही इलाज की सुविधा उपलब्ध हो इसलिए मैंने एचजेडबी आरोग्यम हॉस्पिटल में भी महीने में 2 दिन सेवा देना सुनिश्चित किया है। एडमिनिस्ट्रेटर जया सिंह ने बताया कि डॉ अमित कुमार आरोग्यम हॉस्पिटल में हरेक महीने के पहले और तीसरे सोमवार को अपनी सेवा देंगे। अगर इससे अधिक सेवा की भी जरूरत पड़ी तो डॉ अमित कुमार सेवा के दिनों में बढ़ोतरी भी करेंगे।

डॉक्टर अमित कुमार ने बताया कि वे एमसीएच से न्यूरोसर्जरी हैं। एफएनईटी एंड एफएमएनएसएस जापान से किया है। कहा की लोगों में न्यूरो प्रॉब्लम के कारण कई परेशानियां आती हैं। ब्रेन में ब्लड जम जाने या फिर भेन में ब्लड क्लोट कर जाने से पैरालाइसिस जैसी एक्टिविटी बॉडी में आ जाती है और लोग इसे लकवा मानकर लकवा का इलाज शुरू कर देते हैं जबकि फैक्ट् यह है कि 12 घंटे के भीतर अगर उनका इलाज किया जाए तो वह ठीक हो जा सकते हैं। इस तरह से न्यूरो प्रॉब्लम के कारण बॉडी में कई ऐसी एक्टिविटी उत्पन्न होती है जिसे लोग दूसरी बीमारी समझकर इलाज शुरू कर देते हैं। जिसके कारण न्यूरो का इलाज नही होने से मरीज का मर्ज बढ़ता जाता है।

डॉ अमित कुमार ने कहा कि हजारीबाग में एचजेड बी आरोग्यम ऐसा हॉस्पिटल है जहां ट्रीटमेंट के लिए सारे संसाधन उपलब्ध हैं। सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल में लोगों को न्यूरो से संबंधित इलाज की सुविधा भी मुहैया हो सके इसलिए मैंने सेवा देना सुनिश्चित किया है।

हॉस्पिटल के निदेशक हर्ष अजमेरा ने कहा कि मानव हमारी प्राथमिकता है। लोगों को एचजेडबी आरोग्यम हॉस्पिटल में इलाज की सारी सुविधाएं उपलब्ध कराना हमारे मिशन में शामिल है।हजारीबाग की जनता को इलाज में सभी तरह की सुविधाएं एचजेडबी आरोग्यम हॉस्पिटल में ही उपलब्ध हो सके। लोग इलाज में भारी खर्च की बोझ से बचें यह हमारी निरंतर कोशिश रही है। इसी कोशिश का परिणाम है कि अब आईवीएफ कैथ लैब सहित इलाज के अन्य सुविधाओं के साथ-साथ हजारीबाग व आसपास के जिले के लोगों को न्यूरो से संबंधित इलाज की सुविधाएं भी उपलब्ध रहेंगी और न्यूरो के मरीजों को इलाज के लिए बाहर नहीं जाना पड़ेगा।हमारा जिले वासियों को बेहतर इलाज सुविधा मुहैया कराने का प्रयास निरंतर जारी रहेगा।

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