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एक स्त्री अकेली ही काफी है घर को स्वर्ग बनाने के लिए

महिला दिवस की हार्दिक

संयुक्ता न्यूज डेस्क

दिल्ली
HAPPY WOMEN’S DAY

हर साल 8 मार्च को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जाता है. खबर 24 के समस्त परिवार की ओर से आप सभी महिलाओं को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस की हार्दिक-हार्दिक शुभकामनाएं. बता दें कि नारी वो सम्मान होतीं है जो बहुत ही कोमल स्वभाव की होती है, लेकिन जरूरत पड़े तो अपने सुरक्षा, हक के लिए कठोर भी बन सकती है. औरत के कई रूप होते हैं और वो एक ही जीवन में उन सभी रिश्तों को एक साथ निभाती हैं जिनकी कल्पना भी समझ से परे होती है. वो एक मां, बहन, पत्नी, दादी, नानी, दोस्त होती हैं. यहां तक की खुद भगवान को भी मनुष्य जन्म में हर अवतार के लिए मां की कोख में 9 महीने पलना ही पड़ता है, क्योंकि वो केवल एक महिला की सहनशक्ति होती जो एक नन्ही सी जान को अपने कोख में 9 महीने पीड़ा सहकर उसे जन्म देती हैं और मनुष्यों के लिए उस पीड़ा को समझना मुश्किल होता है.

जैसा कि हम सभी जानते हैं आजकल की दूनिया में महिलाएं चुल्हा-चौकी के अलावा हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही हैं. चाहे वो खेल हो, चाहे वो ऑन स्क्रीन कैमरा फेस करना हो, चाहे वो लड़कों के कदम से कदम मिलाकर चलनी हो, वो हर समय या ये कहे कि लड़कों से हर काम में आगे बढ़ रही है. जिसे सरकार पूरी तरह से सपोर्ट कर रही है. महिलाओं के लिए हर तरह की अलग-अलग योजनाएं चलाई जा रही है. उन्हें सारी सुविधाएं दी जा रही है. आज माता-पिता लड़कों के साथ-साथ लड़कियां को भी उतना ही पढ़ाते है ताकि वो समय और जरूरत के अनुसार अपने लिए स्टैंड कर सके. उन्हें किसी भी चीज के लिए किसी दूसरे पर आश्रित ना रहना पड़े.

वहीं अपने देश में ऐसे हजारों उदाहरण हैं जो महिलाओं और लड़कियों को प्ररित करते हैं. जिनमें किरण बेदी, कल्पना चावला, सुनीता विलियम, मैरी क्यूरी, झांसी की रानी, क्लियोपेट्रा, एलिजाबेथ, नीरजा, सानिया मिर्जा, मिथाली राज, पीटी ऊषा, प्रतिभा देवी पाटिल, सुषमा स्वराज, अहिल्या बाई, पद्मावती, लता मंगेश्कर, आदि ने चार दीवारी को तोड़कर, लोगों और जमाने की परवाह किए बिना एक मिशाल कायम की है. जिसके लिए पूरी दूनिया उन्हें हमेशा याद रखेगी.

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