उदीयमान सूर्य को अर्घ्य के साथ चार दिवसीय अनुष्ठान छठ महापर्व की हुई समाप्ति
उदीयमान सूर्य को अर्घ्य के साथ चार दिवसीय अनुष्ठान छठ महापर्व की हुई समाप्ति
उदीयमान सूर्य को अर्घ्य के साथ चार दिवसीय अनुष्ठान छठ महापर्व की हुई समाप्ति
गिरिडीह, मनोज कुमार।
गिरिडीह: उदीयमान भगवान सूर्य को अर्घ्य देने के साथ चार दिवसीय सूर्योपासना का महापर्व छठ सोमवार को संपन्न हो गया। सुबह अर्घ्य पूजा के बाद व्रतियों ने प्रसाद ग्रहण कर पारण किया। शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों के विभिन्न छठ घाटों और नदी तालाबों पर आस्था का जन सैलाब उमड़ पड़ा।
व्रती और लोगों ने उदीयमान भगवान भास्कर को अर्घ्य अर्पण किया। शहर के प्रसिद्ध छठ घाटों में से एक अरगाघाट में काफ़ी संख्या में लोग पहुंचे हुए थे। यहां स्थित सूर्य मंदिर को आकर्षक ढंग से सजाया गया था। जो लोगों को आकर्षित कर रहा था। भगवान सूर्य की उपासना के चार दिवसीय महापर्व के हर अलग-अलग दिन नियम कायदे का अपना अलग-अलग धार्मिक और पौराणिक महत्व है।
परंपरा के अनुसार अंतिम और चौथे दिन उगते हुए सूर्य को अर्घ्य दिया जाता है। जिसके बाद इस महा अनुष्ठान की समाप्ति हो जाती हैं। शहर के अरगाघाट छठ घाट के अलावे दीनदयाल छठ घाट, झरियागादी छठ घाट ,शिव शक्ति छठ घाट चिरैया घाट,मेट्रोअस गली छठ घाट ,सीतलपुर छठ घाट ,सिरसिया छठ घाट,
सिहोडीह आदर्श नगर छठ घाट , सिहोडीह आमघाट ,बरगंडा छठ घाट ,ऑफिसर कॉलोनी छठ घाट ,न्यू बरगंडा छठ घाट ,शास्त्री नगर अमित बरदियार छठ घाट, पचंबा छठ घाट समेत ग्रामीण क्षेत्रों में तालाबों में आस्था देखने को मिला।