इंटरनेशनल लेबर आर्गेनाइजेशन, टी डी एच निदरलैंड, चिल्ड्रन ऑफ इंडिया फाउंडेशन और जागो फाउंडेशन के सहयोग से दो दिवसीय कार्यशाला का समापन आयोजन मीर होटल में कया गया ।
इंटरनेशनल लेबर आर्गेनाइजेशन, टी डी एच निदरलैंड, चिल्ड्रन ऑफ इंडिया फाउंडेशन और जागो फाउंडेशन के सहयोग से दो दिवसीय कार्यशाला का समापन आयोजन मीर होटल में कया गया ।
इंटरनेशनल लेबर आर्गेनाइजेशन, टी डी एच निदरलैंड, चिल्ड्रन ऑफ इंडिया फाउंडेशन और जागो फाउंडेशन के सहयोग से दो दिवसीय कार्यशाला का समापन आयोजन मीर होटल में कया गया ।
गिरिडीह, मनोज कुमार।
गिरिडीह, इंटरनेशनल लेबर आर्गेनाइजेशन, टी डी एच निदरलैंड, चिल्ड्रन ऑफ इंडिया फाउंडेशन और जागो फाउंडेशन के सहयोग से दो दिवसीय कार्यशाला का समापन आयोजन मीर होटल में कया गया । यह कार्यक्रम कोडरमा और गिरिडीह मे माइका आश्रित परिवार को शशक्त बनाने एवं उनके बच्चों किस प्रकार शिक्षा से जुड़ाव कर सकें इसके लिए किया गया ।
इस कार्यक्रम मे मुख्य रूप से उपस्थित रहे टी डी एच से मारकंडेय मिश्रा, जे दिनाबंधु, लोकपाल गिरिडीह तमन्ना परवीण ,DDM नाबार्ड गिरिडीह आशुतोष प्रकाश, DRP सोसल ऑडिट बैद्यनाथ प्रसाद वर्मा, रुद्र फाउंडेशन के सचिव अशरफ , सवेरा एग्रीकलचर निदेशक दिनेश वर्मा, जागो फाउंडेशन सचिव बैद्यनाथ जी उपस्थित रहे ।
साथ ही इस कार्यक्रम में गिरिडीह जिला के तीसरी और कोडरमा से माइका आश्रित परिवार के महिलाएँ पुरुष और बालमंच के बच्चे उपस्थित हुए।
जागो फाउंडेशन के सचिव बैद्यनाथ ने बताया की माइका क्षेत्र में बाल शोषण मुक्त समाज की परिकल्पना को पुरा करने हेतु उनके परिवार को किस प्रकार माइका के कार्य से बेहतर लाभ मिल सके, और उनके लिए कॉर्पोरेटिव समिति , सरकार, और लोकल प्रतिनिधि,के साथ मिलकर उनके लिए नीति बनाया ताकि उन्हें लाभ हो।
मारकंडेय मिश्रा जी ने बताया की माइका आश्रित परिवार मे सामाजिक आर्थिक शशक्तिकरण हो इसके लिए संस्था के साथ परिवार को आगे बढ़ कर कार्य करना होगा। उन्होंने कहा योजना एवं हमारा सही दिशा का सोच हि हमें आगे ले जा सकता है, गांव स्तर पर उपलब्ध संसाधन से वैकल्पिक रोजगार के अवसर बनाने का योजना किया जाना चाहिए ।
लोकपाल तमन्ना परवीन ने बताया की योजनाएँ सरकार की है इसे लेने के लिए खुद जागरूक होकर आगे बढ़ना होगा तब मिलेगा ।
नाबार्ड के आशुतोष जी ने नाबार्ड से चल रही योजना के बारे में बताया,
साथ रुद्र फाउंडेशन के सचिव ने बताया की किस प्रकार हम अपने क्षेत्र में कृषि के आधुनिक तकनीक को अपनाकर अपने परिवार को मदद कर सकते हैं । बताया की गांव में बागवानी, खेती, फल उद्यान , एवं अनेक अवसर हैँ की हम अपने परिवार को सहयोग कर सकते हैं । बच्चों को शिक्षा से जोड़ सकते हैं ।
मंच का संचालन आशीष पाण्डेय ने किया, कार्यशाला का आयोजन एवं प्रबंधन मे प्रदीप कुमार का सहयोग रहा । इस दो दिवसीय कार्यक्रम में
कोडरमा और गिरिडीह से
तनबस्सुम प्रवीन, मुन्नी देवी, रूबी कुमारी, पूनम कुमारी, गुलाब चौधरी वर्षा कुमारी समेत 90 लोग उपस्थित हुए ।