आरोग्यम हॉस्पिटल में निःशुल्क परामर्श एवं बांझपन निवारण शिविर का हुआ आयोजन।
लोगों के चेहरे पर खुशी लाने की प्रयास से आईवीएफ की शुरुआत आरोग्यम अस्पताल में की गई :–हर्ष अजमेरा।
आरोग्यम हॉस्पिटल में निःशुल्क परामर्श एवं बांझपन निवारण शिविर का हुआ आयोजन।
शिविर में 100 से भी अधिक लोगों ने अपना पंजीकृत करवाया।
लोगों के चेहरे पर खुशी लाने की प्रयास से आईवीएफ की शुरुआत आरोग्यम अस्पताल में की गई :–हर्ष अजमेरा।
हजारीबाग : शहर तथा ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को हर सुविधाओं से परिपूर्ण करने के लिए उनके दुख में मसीहा बनने के लिए आप लोगों के आशीर्वाद से पिछले 7 वर्षों से निरंतर अपनी सेवा प्रदान कर रहा है यह और कोई नहीं शहर के डिस्ट्रिक्ट में स्थित आरोग्यम अस्पताल है। जो लगातार विभिन्न शिविर के माध्यम से लोगों को अपनी सेवा प्रदान कर रहा है इसी क्रम मे शनिवार को वर्ल्ड आईवीएफ डे के शुभ अवसर पर अजय भी आरोग्यम फर्टिलिटी केयर एंड एंडोस्कोपी विभाग द्वारा निःशुल्क परामर्श एवं बांझपन निवारण शिविर का आयोजन किया। यह आयोजन आरोग्यम सुपरस्पेशलिटी हॉस्पिटल परिसर में किया गया। जिसमें 100 से भी अधिक लोगों ने अपना पंजीकृत करवाया। सुबह 9:00 बजे से आयोजन विधिवत रूप से प्रारंभ हुआ जिसके बाद शहर तथा ग्रामीण क्षेत्र की विभिन्न लोग इस आयोजन का लाभ लेने के लिए आरोग्यम अस्पताल पहुंचे।
मौके पर निर्देशक हर्ष अजमेरा ने कहा कि अस्पताल परिसर में निःशुल्क परामर्श एवं बांझपन निवारण शिविर का आयोजन किया गया जिसमें 100 से भी अधिक लोगों ने अपना पंजीकृत करवाया। लोगों के चेहरे पर खुशी लाने की प्रयास आईवीएफ की शुरुआत आरोग्यम अस्पताल में की गई। ऐसे बहुत से दंपति निराश हो जाते थे आप उन्हें निराश होने की आवश्यकता नहीं है आरोग्यम अस्पताल में कम दर पर इसका इलाज किया जा रहा है।
वही आईवीएफ सेंटर की विशेषज्ञ डॉक्टर रंजना शरण ने बताया कि जो बच्चा चाह रहे हैं और उन्हीं बच्चे की प्राप्ति नहीं हो रही है वैसे कपल जो 2 वर्षों एवं उससे अधिक समय से एक साथ बगैर किसी प्रोटेक्शन के रह रहे हैं। एवं वैसे कपल जिनका प्रथम बच्चा खराब हो गया हो वह आरोग्यम अस्पताल में आईवीएफ के लिए जरूर आए। हम वैसे कपल के चेहरे पर खुशी लाने का प्रयास करेंगे हमारे द्वारा उनका इलाज किया जाएगा जिसमें आईओआई,आईवीएफ एवं अन्य प्रकार से उनका इलाज किया जाएगा महिलाओं के इलाज के साथ-साथ पुरुषों का भी इलाज किया जाता है। समय अनुसार आईवीएफ कराने से इसका रिजल्ट भी बेहतर आता है।
मौके पर आईवीएफ विशेषज्ञ – डॉ. झा, सीनियर एम्ब्रियोलॉजिस्ट आरोग्य मोदक, जूनियर एम्ब्रायोलॉजिस्ट अभिजीत कुमार गुप्ता ,ओटी तकनीशियन – सोनी कच्छप, सीनियर ओटी तकनीशियन कौलेश्वर कुमार,
फ्रंट ऑफिस एक्जीक्यूटिव शिवानी सिन्हा, हाउस कीपिंग संगीता कुमारी सहित कई लोग मौजूद थे।