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आरोग्यम हॉस्पिटल के स्थित एचजेडबी आरोग्यम फर्टिलिटी केयर और एंडोस्कोपी विभाग में धूमधाम से मनाया गया वर्ल्ड आईवीएफ डे, चलाया गया जागरूकता कार्यक्रम

बांझपन कोई अभिशाप नहीं आईवीएफ से संतान सुख की हो सकती है प्राप्ति - डॉ.रंजना शरण

आरोग्यम हॉस्पिटल के स्थित एचजेडबी आरोग्यम फर्टिलिटी केयर और एंडोस्कोपी विभाग में धूमधाम से मनाया गया वर्ल्ड आईवीएफ डे, चलाया गया जागरूकता कार्यक्रम

बांझपन कोई अभिशाप नहीं आईवीएफ से संतान सुख की हो सकती है प्राप्ति – डॉ.रंजना शरण

 कई निःसंतान दंपत्तियों को एचजेडबी आरोग्यम फर्टिलिटी केयर और एंडोस्कोपी विभाग से मिला है संतान सुख: जया सिंह 

हजारीबाग : हजारीबाग शहर के एकलौते सुपरस्पेशलिटी निजी हॉस्पिटल एचजेडबी आरोग्यम सुपरस्पेशलिटी हॉस्पिटल में स्थित एचजेडबी आरोग्यम फर्टिलिटी केयर और एंडोस्कोपी विभाग में मंगलवार को वर्ल्ड आईवीएफ डे बड़े ही धूमधाम से केक काटकर और निःसंतान दंपत्ति के प्रति सहानभूतिपूर्वक जागरुकता अभियान चलाकर मनाया गया। एचजेडबी आरोग्यम फर्टिलिटी केयर और एंडोस्कोपी विभाग की प्रमुख सह प्रसिद्ध महिला रोग विषेशज्ञ चिकित्सक डॉ.रंजना शरण ने हजारीबाग में आईवीएफ से सफ़ल परीक्षण कर लगातर कई निःसंतान दंपत्ति का गोद भरकर उनके सुने घर आंगन में किलकारी गुंजाने के साथ संतान सुख दिलाने का कार्य किया था। डॉ. रंजना शरण ने अपने अबतक के चिकित्सीय सफर का संपूर्ण अनुभव इस आईवीएफ सेंटर में झोंक दिया है। उनके उचित परामर्श और इलाज़ से कई बांझपन के जीवन में आशा की नई किरण जगी है ।

वर्ल्ड आईवीएफ डे के मौके पर डॉ. रंजना शरण ने बताया की निःसंतान दंपत्तियों को निराश होने की जरूरत नहीं है उनके आईवीएफ संजीवनी बन सकती है। ऐसे दम्पत्तियों को एचजेडबी आरोग्यम फर्टिलिटी केयर और एंडोस्कोपी विभाग से अवश्य संपर्क करना चाहिए ताकि उनके जीवन में भी संतान सुख की प्राप्ति का राह प्रशस्त हो सके ।

एचजेडबी आरोग्यम सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल के एडमिट्रेटर जया सिंह ने बताया की एचजेडबी आरोग्यम फर्टिलिटी केयर और एंडोस्कोपी विभाग में आधुनिक एवं विश्वस्तरीय प्रयोगशाला, आईसीयू, आईवीएफ, आईसीएसआई, सरोगेसी, अंड एवं भ्रूण दान की सुविधा मौजूद है। उन्होंने बताया की हमारे यहां

अब तक कुल पंजीकृत मरीज 5000 से अधिक हैं जिसमें से सैकड़ों से अधिक महिलाएं दवाई के माध्यम से गर्भाधारण कर चुकी हैं। आईयूआई के माध्यम से अब तक 50 से अधिक दंपतियों ने माता-पिता बनने का सुख प्राप्त किया, आईपीएफ के माध्यम से भी दर्जनों दंपत्तियों को संतान सुख की प्राप्ति हुई है। जया सिंह ने यह भी बताया की हम लगातर समाज में ऐसे निःसंतान दंपत्तियों के लिए जागरुकता कार्यक्रम, निःशुक्ल परामर्श एवं बांझपन निवारण शिविर का आयोजन किया जा रहा है। इसी कड़ी में निःशुल्क परामर्श एवं बांझपन निवारण शिविर का आयोजन 29 जुलाई को आरोग्यम हॉस्पिटल परिसर में किया जाएगा जहां आईवीएफ की पूरी अनुभवी टीम बांझपन दंपत्तियों की सेवा में उपस्थित रहेंगी।

 

मौके पर मुख्य रूप से अस्पताल केआईवीएफ विशेषज्ञ डॉ. झा,

सीनियर एम्ब्रियोलॉजिस्ट आरोग्य मोदक, जूनियर एम्ब्रायोलॉजिस्ट अभिजीत कुमार गुप्ता, ओटी टेक्नीशियन सोनी कच्छप,

सीनियर ओटी टेक्नीशियन कौलेश्वर कुमार, फ्रंट ऑफिस एक्जीक्यूटिव शिवानी सिन्हा,

हाउस कीपिंग संगीता कुमारी, मार्केटिंग से जुड़े राजीव रंजन सहित अन्य लोग मौजूद रहें। इन सभी के निरंतर सकारात्मक प्रयास और बेहतर ईलाज का प्रतिफल है की निःसंतान दंपत्तियों की आस्था एचजेडबी आरोग्यम फर्टिलिटी केयर और एंडोस्कोपी विभाग पर लगातर बढ़ रही है ।

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