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आरोग्यम हॉस्पिटल के सर्जन डॉ.बी.एन.प्रसाद ने 3 घंटे के जटिल ऑपरेशन कर बचाई युवक की जान

हमारा मकसद हर प्रकार के मरीजों का इलाज हजारीबाग में ही संभव कर लोगों को राहत पहुंचाना:- हर्ष अजमेरा

आरोग्यम हॉस्पिटल के सर्जन डॉ.बी.एन.प्रसाद ने 3 घंटे के जटिल ऑपरेशन कर बचाई युवक की जान

आम पेड़ से गिरने से ड्यूडेनम के चौथे हिस्से के उड़ गए थे चिथड़े, रिपेयर कर किया हील, अब मरीज़ है सुरक्षित

ससमय सर्जरी बना जीवन के लिए वरदान, पहली बार अपने कैरियर में किया ऐसा जटिल सर्जरी:- डॉ.बी.एन.प्रसाद

हमारा मकसद हर प्रकार के मरीजों का इलाज हजारीबाग में ही संभव कर लोगों को राहत पहुंचाना:- हर्ष अजमेरा

हजारीबाग:  हजारीबाग के एकलौते सुपरस्पेशलिटी हॉस्पिटल एचजेडबी आरोग्यम सुपरस्पेशलिटी हॉस्पिटल के सर्जरी विभाग ने एक बार फ़िर जटिल सर्जरी को सफलतापूर्वक अंजाम देकर एक 18 वर्षीय युवक की जिंदगी बचा ली। हॉस्पिटल के प्रसिद्ध लेप्रोस्कोपिक सर्जन डॉ.बी.एन.प्रसाद के नेतृत्व में यह संभव हो सका। पीछले करीब 11 दिन पहले चतरा जिले के इटखोरी के रहने वाले 18 वर्षीय कुणाल कुमार रवानी के साथ आंधी- तूफान के बीच पेड़ पर चढ़कर आम तोड़ना महंगा पड़ गया। कुणाल कुमार रवानी आम पेड़ से फिसलकर ऐसे गिर गए की उनका उनके पेट फूल गया और पेट में असहनीय दर्द के साथ श्वास लेने में काफ़ी समस्या होने लगी। जिसके बाद कुणाल के परिजनों ने हजारीबाग के आरोग्यम सुपरस्पेशलिटी हॉस्पिटल में विश्वास जताते हुए यहां भर्ती कराया। सर्जन डॉ. बी.एन.प्रसाद के नेतृत्व में इलाज शुरू हुआ। प्रथम दृष्टा एक्स-रे से पकड़ में नहीं आया तो पेट का सीटी स्कैन कराया गया। जिसमें पता चला की पेट में एयर भर गया है लेकिन स्पष्ट कारण का पता नहीं चल पाया। मरीज के बिगड़ते स्थिति को देखते हुए तत्काल ओटी में शिप्ट कर सर्जन डॉ.बी.एन.प्रसाद ने सर्जरी शुरू किया तो काफी मशक्कत और खोजबीन के बाद तह तक जाने के बाद स्पष्ट पता चला की ड्यूडेनम के चौथे हिस्से के चिथड़े उड़े हुए हैं और यहां से खून का रिसाव हो रहा है। डॉ.बी.एन.प्रसाद ने सुझबुझ दिखाते हुए करीब 3 घंटे के जटिल सर्जरी के बाद इसे सुरक्षित तरीके से रिपेयर कर ठीक किया। मरीज़ की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए सर्जरी के बाद फीडिंग गेजुनोस्टोमी के माध्यम से बाह्य तरीके से फूड पाइप के जरिए भोजन देने की व्यवस्था की। पीछले 11 दिनों में मरीज को मुंह से कुछ भी ना देकर फूड पाइप के जरिए दिया जा रहा है और अब मरीज की स्थित में काफी सुधार है

कठिन सर्जरी को सफ़लतापूर्वक अंजाम देने वाले डॉ.बी.एन.प्रसाद ने बताया कि ऐसा सर्जरी मैंने अपने कैरियर में पहली बार किया है और मरीज की जो स्थिति थी अगर तत्काल सर्जरी नहीं होता तो शायद इसकी जीवन भी नहीं बचती। ड्यूडेनम के चौथे हिस्से के रेपेयर में विशेषकर हील करने में बहुत धैर्य और संयम से काम लेना पड़ा। उन्होंने बताया की 3 घंटे के जटिल सर्जरी में एनेस्थीसिया में डॉ.मनीष कुमार और ओटी असिस्टेंट तिरु, गुलाब, श्रवण समेत अन्य स्वास्थ्य कर्मियों ने अहम भूमिका निभाया। डॉ.बी.एन.प्रसाद के अनुसार जल्द मरीज को मुंह से आहार दिया जायेगा। मरीज और उनके परिजनों ने डॉ.बी.एन.प्रसाद सहित आरोग्यम हॉस्पिटल प्रबंधन को नई जिंदगी प्रदान करने के लिए धन्यवाद दिया ।

एचजेडबी आरोग्यम सुपरस्पेशलिटी हॉस्पिटल के निदेशक हर्ष अजमेरा ने जटिल सर्जरी के सफलता पर सर्जरी विभाग की पूरी चिकित्सीय टीम को बधाई दिया। हर्ष अजमेरा ने बताया की हमारा सपना है की हजारीबाग और आसपास के मरीज किसी भी प्रकार के इलाज़ और सर्जरी के लिए हजारीबाग से बाहर का रूख ना करें एवं उचित दर पर समय की बचत करते हुए समुचित इलाज हो ।

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