आरोग्यम ब्लड बैंक के सौजन्य सेआइसेक्ट यूनिवर्सिटी में लगाया गया रक्तदान शिविर।
रक्तदान करने से शरीर में रक्त बनने की प्रक्रिया भी तेज होती है :– हर्ष अजमेरा।
आरोग्यम ब्लड बैंक के सौजन्य सेआइसेक्ट यूनिवर्सिटी में लगाया गया रक्तदान शिविर।
रक्तदान करने से शरीर में रक्त बनने की प्रक्रिया भी तेज होती है :– हर्ष अजमेरा।
इंसानियत बनाए रखने के लिए रक्तदान आवश्यक :– डॉ मनीष गोविंद।
हजारीबाग: शहर के आइसेक्ट यूनिवर्सिटी में एनएसएस इकाई के बैनर एक दिवसीय रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया रक्तदान शिविर आरोग्यम ब्लड बैंक के सहयोग से लगाया गया। रक्तदान शिविर में 23 लोगो ने रक्तदान कर मानवता के प्रति मिसाल पेश की है।
रक्तदान शिविर का उद्घाटन आईसेक्ट यूनिवर्सिटी के कुल सचिव डॉ मनीष गोविंद ने किया। जिसके बाद उन्होंने स्वयं रक्तदान कर मानवता के प्रति एक मिसाल पेश किया उन्होंने कहा कि हर व्यक्ति को रक्तदान करना चाहिए। और मैं स्वयं हर 3 माह के बाद रक्तदान करता हूं। जिसके बाद रक्तदान शिविर विधिवत रूप से प्रारंभ किया गया। विश्व विद्यालय में कार्यरत लोगों ने कहा कि शिक्षा देने के साथ हमें सामाजिक क्षेत्र में भी अपनी दृष्टिकोण को हमेशा सजग रखनी चाहिए। उसी मार्गदर्शन पर रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया है। ताकि प्रचंड गर्मी में रक्त की कमी से कोई परेशान ना हो।
मौके पर आइसेक्ट यूनिवर्सिटी के कुलसचिव डॉ मनीष गोविंद ने कहा कि यूनिवर्सिटी सदैव सामाजिक कार्यों में अपनी सहभागिता सुनिश्चित करती है इसी के दृष्टिकोण से यूनिवर्सिटी परिसर में रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया है यह आयोजन प्रतिवर्ष किया जाता है इस आयोजन में यूनिवर्सिटी परिवार के सदस्य रक्तदान कर मानवता के प्रति अपनी मिसाल पेश करते हैं सभी रक्त दाताओं को मेरा आभार साथ ही कहा कि इंसानियत बनाए रखने के लिए रक्तदान आवश्यक।
आरोग्यम के निर्देशक हर्ष अजमेरा ने आइसेक्ट यूनिवर्सिटी परिवार का आभार जताया साथ ही उन्होंने सभी रक्त दाताओं को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि आप सभी ने समाज के प्रति एक मिसाल पेश किया है। आरोग्यम परिवार की ओर से आप सभी के उज्जवल भविष्य की कामना करते हैं साथ ही उन्होंने कहा कि रक्तदान करने से खून में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा नियंत्रित रहती है। रक्तदान करने से शरीर में रक्त बनने की प्रक्रिया भी तेज होती है।
एनएसएस अधिकारी डॉ रूद्र नारायण व प्रीति व्यास के नेतृत्व में विश्वविद्यालय की एनएसएस इकाई लगातार सामाजिक कार्यों के साथ साथ सुदूरवर्ती क्षेत्रों में सामाजिक जागरूकता फैला रही है। उन्होंने सभी से रक्तदान जैसे महादान में हिस्सा लेने की अपील भी की।
विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ पीके नायक सभी रक्तदाताओं का आभार जताते हुए कहा कि रक्तदान सामाजिक और साहसिक कार्य है। उन्होंने कहा कि एक युनिट किया गया रक्तदान ना केवल किसी के जीवन को बचाने में सहायक है बल्कि कई परिवारों की उम्मीद को भी बचाए रखने में मददगार है।
रक्तदान शिविर में विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ मुनीष गोविंद, एनएसएस अधिकारी डॉ रूद्र नारायण, पीआरओ मो शमीम अहमद, सह प्राध्यापिका बिनिता कुमारी, सह प्राध्यापकों में मुकेश कुमार साव, राहुल राजवार, अजय बर्णवाल के अलावा चंदन कुमार, राजकुमार, जबकि विद्यार्थियों में कौशल महतो, जय प्रकाश, रौशन कुमार, ऋषभ कुमार, पवन कुमार, आदित्य कुमार, मो. कैफ, ऋषि कुमार, आलोक कुमार, नवीन कुमार, शिवम कुमार, ओम सिंह, रूपेश कुमार सहित कई लोगो ने रक्तदान किया।
शिविर को सफल बनाने में विश्वविद्यालय के डीन एडमिन डॉ एसआर रथ, एनएसएस अधिकारी डॉ रूद्र नारायण व प्रीति व्यास, अमित कुमार जबकि एचजेडबी आरोग्यम के मेडिकल ऑफिसर डॉ एसके सिंह, ब्लड बैंक इंचार्ज मो नदीम, टेक्नीशियन सुपरवाइजर ओम प्रकाश सिंह, समीर आलम, नसीर अहमद, प्रभात कुमार, किरण कुमारी सहित अन्य का अहम योगदान रहा।