आईसेक्ट विश्वविद्यालय में फायरलेस कुकिंग प्रतियोगिता का हुआ आयोजन
आईसेक्ट विश्वविद्यालय में फायरलेस कुकिंग प्रतियोगिता का हुआ आयोजन
आईसेक्ट विश्वविद्यालय में फायरलेस कुकिंग प्रतियोगिता का हुआ आयोजन
ज़ायकेदार व्यंजन बनाने के हुनर को कामयाब बनाना कुकिंग प्रतियोगिता का उद्देश्य : डॉ मुनीष गोविंद
हजारीबाग: आईसेक्ट विश्वविद्यालय के तरबा-खरबा स्थित मुख्य कैंपस परिसर में सोमवार को विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों के साथ साथ प्राध्यापक-प्राध्यापिकाओं व कर्मियों के लिए सह प्राध्यापिका मनीषा कुमारी की अगुवाई एवं रितेश कुमार, डॉ दिवाकर निराला, रविकांत कुमार, डॉ सत्य प्रकाश, प्रभात कुमार एवं डॉ अरविंद कुमार की देख-रेख में इनहाउस कुकिंग प्रतियोगिता सीज़न-3 का आयोजन किया गया। लज़ीज़ व्यंजनों के इस ज़ायकेदार प्रतियोगिता में मास्टर शेफ भोपाल की हिस्सा रहीं और कई कुकिंग प्रतियोगिता में जज की भूमिका निभा चुकीं ममता शर्मा, फरीदाबाद में राज्य स्तरीय कुकिंग प्रतियोगिता की विजेता एवं आईसेक्ट विश्वविद्यालय में बीते वर्ष आयोजित ओपन कुकिंग प्रतियोगिता की टॉप तीन की हिस्सा रहीं श्वेता श्रीवास्तव की बतौर जज कार्यक्रम में शिरकत हुई, जिन्होंने प्रतिभागियों के बनाए लज़ीज़ व्यंजनों को उनके जायके और प्रस्तुतिकरण के आधार पर अंक दिए। विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ पीके नायक ने कहा कि बीते तीन वर्षों से सफलता पूर्वक कुकिंग प्रतियोगिता का आयोजन आईसेक्ट विश्वविद्यालय की ओर से की जा रही है,जिससे कई नई प्रतिभाएं निकलकर सामने आई है।
वहीं विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ मुनीष गोविंद ने कहा कि इन हाउस कुकिंग प्रतियोगिता का आयोजन सोमवार को किया गया। जल्द ही ओपन कुकिंग प्रतियोगिता सीजन-3 का भी आयोजन कराया जाएगा। उन्होंने बताया कि कुकिंग प्रतियोगिता कराने का उद्देश्य महिलाओं एवं पुरुषों के ज़ायकेदार व्यंजन और उनके हुनर को कामयाब बनाना है। डॉ गोविंद ने बताया कि सोमवार को आयोजित इन हाउस कुकिंग प्रतियोगिता के विजेताओं की घोषणा आगामी 16 मई को आईसेक्ट विश्वविद्यालय के स्थापना दिवस कार्यक्रम के दौरान किया जाएगा। साथ ही विजेता प्रतिभागियों को पुरस्कृत भी किया जाएगा।
विभिन्न प्रतियोगिताओं से संबंधित कार्यक्रमों को सफल बनाने में विश्वविद्यालय के कोर कमेटी समेत विभिन्न कमेटी हेड एवं मेंबर्स महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर रहे हैं। जज ममता शर्मा ने आईसेक्ट विश्वविद्यालय के इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि आने वाले समय में इसका सकारात्मक परिणाम भी देखने को मिलेगा। वहीं बीते वर्ष आईसेक्ट विश्वविद्यालय में आयोजित ओपन कुकिंग प्रतियोगिता की प्रतियोगी से विजेताओं की फेहरिश्त में शामिल होकर जज की भूमिका निभाने वाली श्वेता श्रीवास्तव ने खुशी जाहिर करते हुए कहा कि विश्वविद्यालय के इस अनोखे और सकारात्मक पहल का ही परिणाम है कि हम जैसी प्रतिभाएं ना सिर्फ निकलकर सामने आ रही है बल्कि खुद का आत्मविश्वास भी बढ़ रहा है, जो भविष्य में और बेहतर के लिए प्रेरित करता है।