आईसेक्ट विश्वविद्यालय में मनाया गया राष्ट्रीय युवा दिवस
युवा वर्ग को नई दिशा देने में स्वामी विवेकानंद की भूमिका अहम : डॉ मुनीष गोविंद
आईसेक्ट विश्वविद्यालय में मनाया गया राष्ट्रीय युवा दिवस
युवा वर्ग को नई दिशा देने में स्वामी विवेकानंद की भूमिका अहम : डॉ मुनीष गोविंद
हजारीबाग : स्वामी विवेकानंद की जयंती पर गुरुवार को आईसेक्ट विश्वविद्यालय, हजारीबाग के तरबा-खरबा स्थित मुख्य कैंपस सभागार में राष्ट्रीय युवा दिवस मनाया गया, जिसमें विश्वविद्यालय के एनएसएस इकाई का अहम योगदान रहा। विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ पीके नायक व कुलसचिव डॉ मुनीष गोविंद के हाथों स्वामी विवेकानंद की तस्वीर पर पुष्पांजलि अर्पित कर कार्यक्रम की शुरुआत की गई। इस मौके पर कुलपति डॉ पीके नायक ने ऐसे कार्यक्रम में विद्यार्थियों को भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया और कहा कि स्वामी विवेकानंद का जीवन व दर्शन प्रेरणादायी है। विद्यार्थियों से मुखातिब होते हुए उन्होंने कहा कि 1984 में सरकार ने इस दिन को राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में घोषित किया और 1985 से प्रत्येक वर्ष सभी भारतीय राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में इसे मनाते हैं। वहीं विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ मुनीष गोविंद ने राष्ट्र के युवा वर्ग को नई दिशा व सकारात्मक ऊर्जा देने में स्वामी विवेकानंद के योगदान को अहम बताते हुए कहा कि भारत दुनिया के सबसे युवा देशों में एक है, जिसकी लगभग 65 फीसदी आबादी 35 वर्ष से कम है। उन्होंने कहा कि युवा वर्ग वास्तव में किसी भी देश की आबादी का सबसे गतिशील और जीवंत हिस्सा होता है। ऐसे में यह जरूरी है कि युवाओं के व्यक्तित्व का विकास कर उन्हें विभिन्न राष्ट्र निर्माण गतिविधियों में शामिल किया जाए।
विश्वविद्यालय के डीन एडमिन डॉ एसआर रथ ने राष्ट्रीय युवा दिवस 2023 की थीम “विकसित युवा विकसित भारत” के उद्देश्य का जिक्र करते हुए इस दिन की अहमियत से विद्यार्थियों को अवगत कराया। विद्यार्थियों की ओर से पियुष कुमार व चंदन कुमार ने भी अपने विचार रखे। मंच संचालन प्रीति व्यास व धन्यवाद ज्ञापन एनएसएस अधिकारी डॉ रूद्र नारायण ने किया।
*मौके पर ये रहे मौजूद*
मौके पर विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ पीके नायक, कुलसचिव डॉ मुनीष गोविंद, डीन एडमिन डॉ एसआर रथ के अलावा एआर माधवी मेहता, सीएस एंड आईटी डीन डॉ बिनोद कुमार, डॉ रूद्र नारायण, डॉ अरविंद कुमार, डॉ रोज़ीकांत, डॉ सीता राम शर्मा, डॉ श्वेता सिंह, एसएनके उपाध्याय, नेहा सिन्हा, रितेश कुमार, चंदा प्रसाद, डॉ सत्य प्रकाश, डॉ दिवाकर प्रसाद निराला, डॉ पूनम चंद्रा, डॉ कविता सिन्हा, उदय रंजन, संजय कुमार दांगी, प्रीति वर्मा, प्रीति व्यास, सुरेश महतो, अजय वर्णवाल, रवि रंजन, एकता कुमारी, कुमारी काजल सोनी, मनीष कुमार, मनीषा कुमारी, नीतू कुमारी, पंकज प्रज्ञा, प्रिया कुमारी, पूजा सिंह, राहुल राजवार, ऋचा, सबिता कुमारी, तारा प्रसाद, बुलबुल कुमारी, विनिता कुमारी, डॉ सोनी मेहता, डॉ गीता कुमारी, राहुल कुमार, उमा कुमारी, शीत गंगा, मो शमीम अहमद, सौरभ सरकार, रंजू कुमारी, सौरभ कुमार, शालू सिन्हा, चांदनी कुमारी, ज्योति कुमारी, निशा कुमारी, बबीता रॉय, चंदन कुमार, राज शर्मा, अनिल राणा, अमित कुमार, राजेश कुमार, राजीव रंजन, धीरज कुमार सोनी, अनवारुल होदा, जयंत कुमार, रानी भट्टाचार्य, मीना राणा, अराधना कुमारी, कुमारी नेहा, रंजीत यादव, अनुकंपा गुप्ता, विन्नी प्रिस्का टोप्नो, पूर्णिमा कुमारी समेत विश्वविद्यालय के कई प्राध्यापक-प्राध्यापिकाओं व कर्मियों के साथ साथ बड़ी संख्या में विद्यार्थियों की मौजूदगी रही।