अदानी प्रकरण में अखिल भारतीय बीमा कर्मचारी संघ ने कहा कि एलआईसी को कोई नुकसान नहीं
एलआईसी में सभी बीमा धारकों का निवेश पूरी तरह सुरक्षित है:- धर्म प्रकाश
अदानी प्रकरण में अखिल भारतीय बीमा कर्मचारी संघ ने कहा कि एलआईसी को कोई नुकसान नहीं
एलआईसी में सभी बीमा धारकों का निवेश पूरी तरह सुरक्षित है:- धर्म प्रकाश
गिरिडीह, मनोज कुमार।
गिरिडीह, भारतीय जीवन बीमा निगम गिरिडीह शाखा के तमाम यूनियन ने प्रेस वार्ता कर जानकारी दी कि हिंडेनबर्ग की रिपोर्ट आने के बाद अडानी के विभिन्न कंपनियों का शेयर का भाव गिर गया ।कुछ राजनीतिक पार्टियों एवं मीडिया ने कहा कि एलआईसी और स्टेट बैंक में निवेशकों को नुकसान उठाना पड़ेगा। इस संबंध में अखिल भारतीय बीमा कर्मचारी संघ ने कहा कि यह बात है ” एलआईसी में निवेशकों का पैसा डूब जाएगा” बिल्कुल निराधार और गलत है। एलआईसी में सभी बीमा धारकों का पैसा सुरक्षित है ।मालूम हो कि 5 करोड़ की पूंजी से प्रारंभ होकर एलआईसी 67 वर्षों में 42 लाख करोड़ से अधिक की परिसंपत्ति अर्जित की है। चालू वित्तीय वर्ष में 31 जनवरी 2023 तक एलआईसी ने प्रथम प्रीमियम आय 2 लाख 95 हजार करोड रुपया अर्जित कर पिछले वर्ष की तुलना में 37.68% वृद्धि दर्ज किया तथा 1 लाख 48हजार पॉलिसी का नव व्यवसाय कर 70,68% मार्केट शेयर हासिल किया। चालू वित्तीय वर्ष के अक्टूबर- दिसंबर तिमाही में 1 लाख 12हजार करोड़ रूपया कुल प्रीमियम आय तथा 8334 करोड़ रूपया का लाभ अर्जित किया।
एलआईसी में अदानी ग्रुप के कंपनियों में 36474 करोड़ रूपया निवेश किया ,जो वर्तमान समय में बढ़कर लगभग 57000 करोड़ रूपया हो गया था, आज भी एलआईसी को इन शेयरों में लाभ हो रहा है। एलआईसी प्रतिवर्ष 4.50 से 5 लाख करोड़ रूपया सरप्लस अर्जित करती है। सर प्लस का 80% सरकारी प्रतिभूतियों तथा 20% शेयर बाजार में निवेश किया जाता है अर्थात एलआईसी प्रतिवर्ष 90000 करोड़ से एक लाख करोड़ रूपया शेयर बाजार में निवेश करती है। इतना ही नहीं एलआईसी में बीमा धारकों के बीमा धन की गारंटी केंद्र सरकार द्वारा लिया जाता है। ऐसे में यह कहना कि ” एलआईसी में निवेशकों का पैसा डूब जाएगा ” निराधार और हास्यास्पद है।
भारत सरकार के द्वारा एलआईसी का 3.50 प्रतिशत पूंजी को विनिवेश कर 22000 करोड रुपया की उगाही की गई, जो अनावश्यक है तथा बीमा धारकों को हितों के खिलाफ है। इसलिए अखिल भारतीय बीमा कर्मचारी संघ सरकार के इस कृत्य का पुरजोर विरोध कर रही है तथा आंदोलनरत है।
हमारा संगठन अखिल भारतीय बीमा कर्मचारी संघ सरकारी उपक्रमों के विनिवेशी करण के खिलाफ है । जिस प्रकार देश की परिसंपत्तियों को पूंजीपतियों के हाथों में सौंपा जा रहा है, वह देश के लिए खतरनाक है। अखिल भारतीय बीमा कर्मचारी संघ सहित देश के तमाम ट्रेड यूनियन देश में बढ़ती महंगाई ,बेरोजगारी ,शिक्षा का निजीकरण ,नई पेंशन नीति, कारपोरेट परस्त श्रम कानूनों में बदलाव, देश की परिसंपत्तियों का कारपोरेट के हाथों में बेचने के खिलाफ आंदोलनरत है। हम विपक्षी राजनीतिक पार्टियों से आगरा करते हैं कि इन मुद्दों को लेकर वह एक जोरदार मुहिम छेड़े।
प्रेस वार्ता में बीमा कर्मचारी संघ हजारीबाग मंडल के संयुक्त सचिव धर्म प्रकाश तथा सहायक सचिव अनुराग मुर्मू, एलआईसी क्लास वन ऑफिसर फेडरेशन के सचिव शंकर कुमार, विकास अधिकारी संघ के सचिव विक्रम कुमार तथा अभिकर्ता संघ लियाफी के मंडलीय संयुक्त सचिव प्रदीप कुमार साव, संयुक्त सचिव विजय कुमार ने भाग लिया।
अंत में हम देश के सभी बीमा धारकों को आश्वस्त करते हैं कि एलआईसी में सभी बीमाधारकों का पैसा शत प्रतिशत सुरक्षित है। किसी भी भ्रामक बातों पर ध्यान ना दें।