अंत्योदय की प्रयोगशाला है नानाजी देशमुख के प्रकल्प – केन्द्रीय मंत्री भानुप्रताप वर्मा
अंत्योदय की प्रयोगशाला है नानाजी देशमुख के प्रकल्प - केन्द्रीय मंत्री भानुप्रताप वर्मा
नानाजी देशमुख द्वारा समाज जीवन पर किए गए रचनात्मक प्रयोग और उनसे प्रेरणा लेने के लिए डीआरआई के प्रकल्पों को देखने पहुंचे केंद्र एवं यूपी सरकार के मंत्री
अंत्योदय की प्रयोगशाला है नानाजी देशमुख के प्रकल्प – केन्द्रीय मंत्री भानुप्रताप वर्मा
नानाजी के ग्रामीण विकास का मॉडल दुनिया भर में एक पहचान बना – पंकज सिंह
चित्रकूट: विजय त्रिवेदी
चित्रकूट: धर्म नगरी चित्रकूट में चल रहे भारतीय जनता पार्टी उत्तर प्रदेश के कैबिनेट एवं संगठन के वरिष्ठ पदाधिकारियों का प्रशिक्षण शिविर के अंतिम दिन रविवार को सभी पदाधिकारियों एवं मंत्रियों द्वारा दीनदयाल शोध संस्थान के प्रकल्पों का अवलोकन किया गया। केंद्र एवं राज्य सरकार के कई मंत्रियों एवं संगठन के वरिष्ठ पदाधिकारियों ने नानाजी देशमुख के प्रकल्प राम दर्शन, नन्ही दुनिया, गुरुकुल संकुल, उद्यमिता विद्यापीठ आदि विभिन्न प्रकल्पों का अवलोकन करने के बाद दीनदयाल परिसर में बने सभागार में संस्थान की सभी स्वावलंबन गतिविधियों का प्रस्तुतीकरण भी दिया गया। इस दौरान दीनदयाल शोध संस्थान के संगठन सचिव श्री अभय महाजन द्वारा सभी पदाधिकारियों का आत्मीय अभिनंदन भी किया गया।
दीनदयाल शोध संस्थान के संगठन सचिव श्री अभय महाजन ने कहा कि श्रद्धेय नाना जी ने अपने जीवन के अंतिम 20 वर्षों 1990 से लेकर 2010 तक चित्रकूट को अपनी कर्मभूमि बनाया। उन्होंने समाज जीवन के विभिन्न रचनात्मक प्रयोग किए, उनके प्रयोग एवं प्रशस्त मार्ग पर ही दीनदयाल शोध संस्थान के सब कार्यकर्ता आगे बढ़ने का प्रयास कर रहे हैं।
श्री महाजन ने कहा कि नानाजी ने सक्रिय राजनीति छोड़कर सामाजिक पुनर्रचना के काम में उन्होंने स्वयं को समर्पित कर देश के राजनीतिज्ञों के लिए एक अनूठा उदाहरण प्रस्तुत किया। नानाजी के बहुआयामी व्यक्तित्व को टुकड़ों में बांट कर नहीं देखा जा सकता। मानव जीवन में जिस समग्रता के वे आग्रही थे, उन्हें भी उसी समग्रता से देखने की आवश्यकता है। उनके जीवन के हर आयाम, हर पहलू को आने वाली पीढ़ी के समक्ष रखने की जरूरत है। 1980 में सत्ता और वोट राजनीति के आकर्षण को ठुकरा कर सामाजिक-आर्थिक विषमताओं से मुक्त एवं भारतीय जीवन मूल्यों पर आधारित सशक्त, समृद्ध एवं गतिमान भारत के नवनिर्माण का प्रादर्श विकसित करने के लिए गांवों की ओर रुख किया।
चित्रकूट के प्रशिक्षण वर्ग में यूपी भाजपा संगठन के पदाधिकारी और केन्द्र व राज्य सरकार के मंत्री जुटे हैं, चित्रकूट में बीजेपी के तीन दिवसीय प्रशिक्षण वर्ग का आज अंतिम दिन है। सभी लोगों द्वारा समाज के पीड़ित एवं उपेक्षित लोगों के लिए नानाजी देशमुख द्वारा समाज जीवन पर किए गए रचनात्मक प्रयोग और उनसे प्रेरणा लेने के लिए तथा अंत्योदय और सामाजिक समरसता के मूल मंत्र स्वावलंबन अभियान को समझकर अपने अपने कार्य क्षेत्र में दोहराने की बात कही।
इस दौरान यूपी भाजपा नेता श्री पंकज सिंह ने दीनदयाल शोध संस्थान के प्रकल्प उद्यमिता विद्यापीठ के भ्रमण के दौरान कहा कि दीनदयाल शोध संस्थान, चित्रकूट परिसर में राम दर्शन, नन्ही दुनिया,उद्यमिता विद्यापीठ व गुरुकुल में भ्रमण कर मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम के विश्वव्यापी दर्शन किए एवं नानाजी देशमुख के जीवन दर्शन के बारे में अनेक जानकारी प्राप्त की।
उन्होंने कहा कि पं दीनदयाल उपाध्याय जी एवं नानाजी देशमुख आज भले ही वह दैहिक रूप में हम सबके बीच नहीं हैं, लेकिन वास्तविकता के धरातल पर वह हमेशा मौजूद रहेंगे। उन्होंने चित्रकूट में ग्रामीण विकास का ऐसा मॉडल खड़ा किया है जो दुनिया भर में एक पहचान बना है। राजनीति से संन्यास लेकर उन्होंने ऐसा आदर्श प्रस्तुत किया जो उन जैसा जीवट व्यक्ति ही कर सकता है। 60 साल में राजनीति छोड़ने के बाद वह खाली नहीं बैठे बल्कि एक ऐसे मिशन में जुट गए जो देश के सामने समाज परिवर्तन की मिसाल बनकर उभरा।
राम दर्शन प्रकल्प देखने के बाद केंद्रीय मंत्री श्री भानु प्रताप वर्मा ने कहा कि जनसंघ के संस्थापक सदस्य रहे नानाजी देशमुख ने चित्रकूट को ही अंत्योदय और सामाजिक समरसता की प्रयोगशाला बनाया था। इसी क्षेत्र में नानाजी देशमुख ने न सिर्फ नए कई प्रयोग के जरिये ग्राम सुधार का काम किया, बल्कि यहां के वंचित समाज का जीवन स्तर ऊपर उठाने का काम किया। गांव में चिकित्सा सुविधा के लिए ‘दादी माँ का बटुआ’ अभियान चलाया, प्रशिक्षित स्वयंसेवक खुद इस क्षेत्र में पहुंचते थे, जिनके पास एक झोले में सभी सामान्य बीमारियों की दवाएं रहती थीं, धीरे-धीरे गांव के युवाओं को इसमें जोड़ा गया और उनको भी प्रशिक्षित किया गया। वहीं, गांव को आपसी विश्वास और सहमति से छोटे-छोटे विवाद निपटारे की राह भी नानाजी देशमुख ने दिखाई।
बुंदेलखंड के इस क्षेत्र में महिलाओं को अलग-अलग घरेलू चीजें बनाने से रोजगार भी दिया गया। शिक्षा क्षेत्र में भी कई काम हुए। बुंदेलखंड विकास बोर्ड के सदस्य पवन पुत्र बादल कहते हैं, ‘नानाजी के प्रयास से वहां के गांव को मॉडल गांव बनाने के लिए काम हुआ। यहां के सबसे वंचित लोगों के जीवन स्तर को उठाने के लिए शिक्षा-चिकित्सा पर नानाजी के प्रयास से बहुत काम हुआ।
इस अवसर पर केंद्रीय सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उपक्रम राज्य मंत्री श्री भानु प्रताप वर्मा, केन्द्र के गृह राज्य मंत्री श्री अजय मिश्रा टेनी सहित कैबिनेट मंत्री उत्तर प्रदेश सरकार श्री स्वतंत्र देव सिंह, श्री धर्मपाल सिंह, श्री अनिल राजभर, श्री दिनेश कश्यप, श्री सुरेश खन्ना, श्री लक्ष्मी नारायण सिंह, श्री जय वीर सिंह, श्री राकेश सचान, श्री जितिन प्रसाद, श्री दया शंकर सिंह, श्रीमती बेबी रानी मौर्य प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।