हजारीबाग मेडिकल कॉलेज अस्पताल में 120 ऑक्सीजन सिलेंडर की चोरी का मामला सामने आया है जिसमें 2 स्वास्थ्य कर्मियों को हिरासत में लिया गया है , जांच जारी ।
हजारीबाग मेडिकल कॉलेज अस्पताल में 120 ऑक्सीजन सिलेंडर की चोरी का मामला सामने आया है जिसमें 2 स्वास्थ्य कर्मियों को हिरासत में लिया गया है , जांच जारी ।
हजारीबाग मेडिकल कॉलेज अस्पताल में 120 ऑक्सीजन सिलेंडर की चोरी का मामला सामने आया है जिसमें 2 स्वास्थ्य कर्मियों को हिरासत में लिया गया है , जांच जारी ।
हजारीबाग ब्यूरो रिपोर्ट
झारखंड /हजारीबाग :जब पूरे देश में ऑक्सीजन के लिए हाहाकार मचा था तब हजारीबाग जिला प्रशासन एवं स्वास्थ्य महकमा हजारीबाग मेडिकल कॉलेज अस्पताल में ऑक्सीजन की पर्याप्त व्यवस्था करने में जुटी हुई थी और सफल भी दिख रही थी परंतु जब धीरे धीरे अस्पताल से जब ऑक्सीजन की कमी और सिलेंडर की कमी की बात सामने आने लगी और यह खबर मीडिया की सुर्खियां बनने लगी तब लोगों को शक हुआ जिला प्रशासन हजारीबाग में इस पर अपनी नजर पेनी की और अपने सूत्रों से खबर जुटाने में लग गई ।
हजारीबाग मेडिकल कॉलेज अस्पताल में सिलेंडर चोरी के मामले में हजारीबाग के कम्युनिस्ट पार्टी के वरिष्ठ सदस्य एवं मशहूर समाजसेवी गणेश कुमार ने अस्पताल प्रबंधन पर कई सवाल खड़े किए हैं उन्होंने बताया कि न सिर्फ ऑक्सीजन बल्कि चादर, दवाइयां एवं अन्य सामग्रियां अस्पताल से गायब हो रही है उसे देखने वाला कोई नहीं है ऊपर से नीचे तक सब इस चोरी में एक दूसरे के मौसेरे भाई बने हुए हैं हालांकि समाजसेवी महोदय को यह है की पूरी बात सामने निकल कर आ पाएगी क्योंकि उनके द्वारा कई बार शिकायतें की गई लेकिन उनके आवेदन को दबा दिया गया है l
हजारीबाग मेडिकल कॉलेज अस्पताल में जब सदर थाने की पुलिस के द्वारा दो स्वास्थ्य कर्मियों को हिरासत में लिया गया तब सारा मामला खुलकर सामने आया हजारीबाग मेडिकल कॉलेज अस्पताल से 50 जंबो सिलेंडर एवं 70 छोटे सिलेंडर ऑक्सीजन के गायब पाए गए हैं अस्पताल अधीक्षक डॉ विनोद कुमार बताते हैं कि पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है अभी इस संबंध में विशेष कुछ बताना जल्दबाजी होगी जब उनसे यह पूछा गया कि कई अन्य सामानों की बाबत भी बातें सामने आ रही है तो उन्होंने इसे सिरे से खारिज किया और पर्याप्त जांच की बात कह कर टाल दी ।
अब आप ही बताएं झारखंड सरकार और उनके पदाधिकारी दिन रात एक कर हजारीबाग में स्वास्थ्य व्यवस्था के सुधार में लगे हुए हैं और अब तक उसे बिगड़ने नहीं दिया है लेकिन अस्पताल से ही कुछ स्वास्थ्य कर्मी और बाहर के असामाजिक तत्वों के द्वारा जब ऐसी सूरत पैदा कर दी जाए तो स्थिति क्या होगी इसका आप सहज ही अंदाजा लगा सकते हैं ऐसे में सरकार को इस पूरे मामले पर संज्ञान लेकर गहन जांच करवाने की जरूरत है l