Breaking Newsझारखण्डताजा खबरदिल्लीदुनियादेशपश्चिम बंगालबिहारमहाराष्ट्रराजनीति

सूर्यकुंड धाम देखरेख के अभाव में लावारिश पड़ा है करोड़ो का भवन

पर्यटन स्थल सूर्यकुंडधाम में करोड़ों के भवन केवल शोभा की वस्तु

पर्यटन स्थल सूर्यकुंडधाम में करोड़ों के भवन केवल शोभा की वस्तु

देखरेख के अभाव में लावारिश पड़ा है करोड़ो का भवन

भाड़े पर भी नहीं लग रहा भवन सरकारी राजस्व का नुकसान, विभाग मौन

संवाददाता : ईश्वर यादव

बरकट्ठा : ऐतिहासिक, धार्मिक और आस्था, विज्ञान का संगम को समेटे हुए बरकट्ठा स्थित प्रसिद्ध पर्यटक स्थल सूर्यकुण्डधाम परिसर में करोड़ो की लागत से बने भवन केवल शोभा की वस्तु बनकर रह गया है। देखरेख के अभाव में बने आधे दर्जन से अधिक भवन लावारिश हालात में पड़ा हुआ है।जानकारी के अनुसार पर्यटन विभाग द्वारा करोड़ो रुपये की लागत से कई भवन बनकर तैयार है। इनमें सूर्यकुंड परिसर में दो मंजिला गेस्ट हाउस, आधे दर्जन कॉटेज, कैंटीन है।

भवनों के उपयोग नहीं होने से सरकार को राजस्व की क्षति के साथ यात्रियों को सुविधाएं नहीं मिल पा रही है। सवेंदक श्री शर्मा ने बताया कि सारे भवन बनकर तैयार है। विभाग को हैंडओवर करने के लिए तैयार हैं। लेकिन विभाग नहीं ले रहा है। इस वजह से भवनों को देखरेख नहीं हो पा रहा है। वहीं भवन में लगे पंखे, नल के टोंटी समेत कई समान गायब होने लगे हैं। पर्यटन स्थल सूर्यकुंडधाम में देश के कोने कोने से पर्यटक और श्रद्धालु पहुंचते हैं। यहां खौलते गर्मजल को देख रोमांचित होते हैं। यहां के मनोरम वादियों का आनंद लेने के लिए लोग रुकना चाहते हैं। लेकिन यात्रियों के ठहरने के लिए भवन तो बने हैं।

लेकिन उसका संचालक नहीं होने से उन्हें रहने की सुविधा नहीं मिल पाती है। इधर सूर्यकुंडधाम में प्रतिवर्ष सैकड़ों लोंग शादी के लिए आते हैं। पर्यटक स्थल में यात्रियों के लिए स्वच्छ पेयजल की सुविधा नहीं है। सूर्यकुंड में आने वाले शैलानियों के लिए तीन स्थानों पर शौचालय बनाए गए हैं। लेकिन वह भी बंद हैं। अब सवाल उठना लाजमी है कि भवन तो बने हैं लेकिन इसका संचालन नहीं होने से इसका फायदा सैलानियों को नहीं मिल रहा है। स्थानीय ग्रामीण के अनुसार सूरत को संवारने के प्रयास तो किया गया लेकिन सरकारी महकमों के पास सीरत की कमी है।

हजारीबाग जिला के बरकट्ठा प्रखंड स्थित सूर्यकुंडधाम में बंद गेस्ट हाउस।

Related Articles

Back to top button