सपना सिंह के दावेदारी के सियासी मायने?
सपना सिंह के दावेदारी के सियासी मायने?
बिहार सरकार के पूर्व कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह की पुत्रवधू और बिहार में इकलौते निर्दलीय विधायक व सरकार में विज्ञान व प्रौद्योगिकी मंत्री सुमित कुमार सिंह की धर्मपत्नी सपना सिंह के स्थानीय पंचायत निकाय विधान परिषद सीट से चुनावी तैयारी के बड़े सियासी मायने हैं। सपना सिंह एनडीए की तरफ से दलीय प्रत्याशी होंगी या निर्दलीय इस पर भले संशय हो पर सपना सिंह का चुनाव लड़ना फाइनल है। बिहार के इकलौते निर्दलीय विधायक चकाई से चुनाव जीते सुमित कुमार सिंह को अल्पमत वाले नीतीश सरकार को बाहर से समर्थन करने के एवज में सरकार में विज्ञान व प्रौद्योगिकी मंत्री बनाया गया है सुमित कुमार सिंह पूर्व मंत्री नरेंद्र सिंह के पुत्र हैं बड़ी परिवारिक राजनीतिक विरासत है अंग प्रदेश की राजनीति में इनका परिवार किंग मेकर की भूमिका में रहा है। पंचायत प्रतिनिधियों के द्वारा चुने जाने वाले विधान परिषद सीट से मंत्री सुमित कुमार सिंह की धर्मपत्नी सपना सिंह का चुनाव लड़ना फाइनल हो चुका है इसको लेकर पिछले कई महीनों से तैयारी चल रही थी जैसे ही नवनिर्वाचित पंचायत प्रतिनिधियों की निर्वाचन प्रक्रिया समाप्त हुई जनप्रतिनिधियों के सम्मान समारोह के बहाने सपना सिंह की उम्मीदवारी पर अंतिम मुहर भी लग गई। मंत्री सुमित कुमार सिंह खुद निर्दलीय विधायक हैं इसलिए वे चाहते हैं कि उनकी पत्नी सपना सिंह भी जदयू से टिकट फाइनल नहीं होने की स्थिति में निर्दलीय ही चुनाव लड़े। सपना सिंह के चुनाव लड़ने पर कोई किंतु परंतु नहीं है।मुंगेर-जमुई-लखीसराय-शेखपुरा पंचायत प्रतिनिधियों के द्वारा निर्वाचित होने वाले एमएलसी पद के लिए अब बिहार सरकार के मंत्री सुमित कुमार सिंह की पत्नी सपना सिंह का नाम प्रबल दावेदार के रूप में सामने आ रहा है। बात तो यहां तक आ रही है कि जदयू से उनके दावेदारी की बात फाईनल है। ज्ञात हो कि भले ही अब तक उनके परिवार की ओर से खुलकर इस विषय मे कुछ नही कहा गया हो लेकिन तैयारी कहीं ना कहीं अंदर ही अंदर चल रही है। यही कारण रहा कि पंचायत चुनाव के दौरान सपना सिंह जी के पति मंत्री सुमित कुमार सिंह के घर पर लगातार जीते हुए पंचायत प्रतिनिधियो की भीड़ लगनी शुरू हो गयी थी। अब ऐसे में जब एमएलसी चुनाव का मेला लगना प्रारम्भ हो गया है तो अटकलों का बाजार भी गर्म है और कहा जा रहा है कि सपना सिंह के एमएलसी चुनाव लड़ने की पूरी तैयारी हो चुकी हैं और उन्हें उनके परिवार और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की ओर से भी हरी झंडी मिल गयी है। लेकिन जब तक तस्वीर बिल्कुल साफ नही हो जाती तब तक कुछ भी कह पाना सम्भव नही है। लेकिन एक बात तो तय है कि अगर सपना सिंह चुनावी मैदान में उतरती हैं तो मामला दिलचस्प हो जाएगा।