श्री कृष्ण जन्माष्टमी के पूर्व संध्या
श्रीकृष्ण रूप-सज्जा प्रतियोगिता का आयोजन किया
गिरीडीह: श्री कृष्ण जन्माष्टमी के पूर्व संध्या पर बरगंडा स्थित सरस्वती शिशु विद्या मंदिर में गुरुवार को श्रीकृष्ण रूप-सज्जा प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। मौके पर विद्यालय के नन्हें-मुन्ने बच्चों ने आकर्षक वेशभूषा धारण कर 23 राधा रानी और 58 श्रीकृष्ण के स्वरुप को साकार करने का काम किया।
प्राचार्य शिवकुमार चौधरी ने संबोधित करते हुए कहा कि भगवान श्रीकृष्ण सौन्दर्य के दाता हैं। उनका लावण्य रूप अतुलनीय है।भगवान श्री कृष्ण के आकर्षक वेशभूषा को पृथ्वी पर खींच लाने के लिए ही हर साल भाद्रपद कृष्णपक्ष अष्टमी के दिन जन्माष्टमी हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। कहा कि कृष्ण का जन्म चमत्कारों से ही शुरु हुआ है।उनके जन्म लेते ही पहरेदारों का सो जाना,कारागार के तालों का खुल जाना,उफनती यमुना नदी का शांत हो जाना,शेषनाग द्वारा उनको वर्षा से बचाना आदि ऐसा विश्व के किसी अन्य अवतारों में लेशमात्र भी नहीं देखा गया है। कहा कि छोटे-छोटे सी छात्र छात्रो द्वारा राधा-कृष्ण का यह रूप धारण करना सचमुच में आध्यात्मिकता का एहसास कराता है।
प्रतियोगिता में प्रथम स्थान अयांश बरदियार,द्वितीय पुष्पित प्रभात और तृतीय शाश्वत आलोक को प्रधानाचार्य ने पुरस्कार देकर सम्मानित किया। विद्यालय के इस कार्यक्रम को अभिभावकों ने काफी प्रशंसा की।साथ ही इस रोमांचकारी कार्यक्रम के आयोजन में विद्यालय प्रबंधन को धन्यवाद दिया।कार्यक्रम को सफल बनाने में प्रमुख अनिता मिश्रा समेत समस्त शिक्षक शिक्षिकाओ का सराहनीय योगदान रहा।