मैथन डैम में दिखा धारा 144 का असर, कम पहुंचे सैलानी,
कोरोना के तीसरे लहर के संक्रमण का असर साफ तौर पर अब झारखंड के कई जिलों में देखा जा रहा है। जिसको देखते हुए झारखंड सरकार द्वारा 31 दिसंबर की मध्यरात्रि से लेकर 2 जनवरी के मध्य रात्रि तक धारा 144 सभी जगह खास करके वैसे क्षेत्रों में लागू कर दी गई है। जहां नए वर्ष को लेकर जश्न मनाने के लिए लोग एकत्रित होते हैं। वैसे पिकनिक स्पॉट्स होटल रेस्टोरेंट पर विशेष रूप से इस धारा को लागू किया गया है।
इसी कड़ी में मैथन डैम जहां एक जनवरी को सैलानियों की भारी तादाद रहती है जहां लोगों को पैर रखने तक की जगह नहीं मिलती है। वही झारखंड सरकार द्वारा जारी किए गए नए दिशा निर्देश का साफ साफ असर आज देखा गया जहां डैम पर घूमने वाले सैलानियों की तादाद काफी कम रही सुरक्षाकर्मी सैलानियों को डैम की तरफ जाने से रोकते दिखे। जो दुकाने 1 जनवरी को लेकर सज धज कर अपने व्यवसाय करने को तैयार रहा करती थी वहां आज कुर्सियां खाली देखी गई दुकानों के स्टॉल से ग्राहक नदारद दिखे जिसका खासा असर स्थानीय दुकानदारों पर भी पड़ता दिखा स्थानीय दुकानदारों ने इसे काफी दुखद बताया और कहा कि जनवरी का माह हमारे लिए व्यवसाय के लिहाज से काफी महत्वपूर्ण होता है पर सरकार के इस दिशा निर्देश से हमें आर्थिक हानि भी हुई वहीं मैथन डैम के विशेषता के रूप में नाव संचालन भी इससे अछूता नहीं रहा नाव संचालक मंटू महतो ने बताया कि नए वर्ष को देखते हुए जहां लाखों रुपए बैंक से कर्ज लेकर नई नाव लाया गया पर लॉकडाउन के कारण अब उनका किस्त देना भी मुश्किल हो जाएगा दूसरी तरफ डैम के ठीक बगल से शुरू हुए पश्चिम बंगाल की सीमा पर सैकड़ों सैलानी झारखंड की तरफ आने के लिए खड़े दिखे जहां सुरक्षाकर्मी उन सैलानियों को वापस पश्चिम बंगाल की तरफ भेजते दिखे उन्होंने साफ कहा कि झारखंड में धारा 144 लागू है जिससे किसी भी दूसरे राज्य के लोगों को झारखंड में प्रवेश की अनुमति नहीं है वही कोरोना की जांच के लिए शिविर में बैठे स्वास्थ्यकर्मियों ने बताया कि संक्रमण की स्थिति काफी भयावह है ।