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बेघर हुई महिला अपने बच्चों के साथ रह रही पड़ोस के गोहाली में ,गुहार लगाकर थक चुकी है पीएम आवास के लिए ….

बेघर हुई महिला अपने बच्चों के साथ रह रही पड़ोस के गोहाली में ,गुहार लगाकर थक चुकी है पीएम आवास के लिए ....

बेघर हुई महिला अपने बच्चों के साथ रह रही पड़ोस के गोहाली में ,गुहार लगाकर थक चुकी है पीएम आवास के लिए ….

संवाददाता: ईश्वर यादव

बरकट्ठा : मिट्टी का मकान आठ दिन पूर्व हुई बारिश में ढह गया। उस घर के परिवारों को गांव वालों ने स्कूल भवन में शरण दिया। लेकिन स्कूल भवन की स्थिति ठीक नहीं होने से उसे पड़ोस के मकान में बने गोहाली में रहने की व्यवस्था कराया। कुछ ऐसा ही वाक्या बरकट्ठा प्रखंड के बरकनगांगो गांव के गरीब, लाचार कविता खातून पति भीखन मियां की है। बताया जाता है कि वह काफी गरीब है। आर्थिक तंगी से जूझ रहा है। इस वजह से वह अपना आशियाना भी नहीं बना पाया। पहले का बना हुआ मिट्टी का घर आठ दिन पूर्व हुई बारिश में ढह गया। बेघर होने पर ग्रामीणों ने उस परिवार को पहले स्कूल में शरण दिलाया। लेकिन स्कूल की स्थिति ठीक नहीं होने के कारण पुनः गांव वालों ने छोटी पासवान के घर में बने गोहाली में उस परिवार को रखा गया। यास तूफान में लगातार हो रही बारिश से उस परिवार को रहने में मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। कविता खातून ने पीएम आवास के लिए एक साल से कई बार मुखिया से लेकर प्रखंड तक दौड़ लगा चुकी है। लेकिन उसे आजतक नहीं मिला है। अब सवाल उठना लाजमी है कि आखिर पीएम आवास योजना का लाभ ऐसे लाचार को नहीं मिल पाना सिस्टम की लाचारी है या उसका गरीब होना। उसकी लाचारी से आहत होकर बरकनगांगो के दिलीप सिंह और संकरेज के पंकज मद्धेशिया ने सोशल मीडिया के माध्यम से सिस्टम पर तंज कसते हुए वायरल किया है।

प्रधानमंत्री आवास योजना एवं शौचालय की जांच हो तो सरकार की पोल खुल जाएगी: ग्रामीण

 

वहीं दूसरी तरफ पंचायत बेड़ों कला गांव के रहने वाली धनेश्वरी देवी पति सुरेंद्र यादव मानसिक रूप से विकलांग है, इन्होंने भी प्रधानमंत्री आवास योजना के लिए कई वर्षों से आवेदन देकर थक गई लेकिन आज तक इस गरीब परिवार को आवास नहीं मिल पाया जाहिर है कि यह प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ किन लोगों को मिल पाता है और किन लोगों को नहीं मिल पाता है इससे आप खुद ही बयां कर सकते हैं इस गरीब परिवार धनेश्वरी देवी मेहनत मजदूरी करके अपने पति संग अपने बच्चों का लालन-पालन करती आ रही है लेकिन पिछले कुछ सप्ताह से धनेश्वरी देवी बीमार चल रही थी इसी क्रम में यह आंधी तूफान और वर्षा की वजह से धनेश्वरी देवी पति सुरेंद्र यादव जो मानसिक रूप से विकलांग है एवं उनके बच्चों आज बेघर हो गए हैं अगर प्रधानमंत्री आवास योजना गरीब परिवारों के लिए दी जाती है तो आखिर आज इस गरीब असहाय व्यक्ति बेघर क्यों हो गए हैं l

क्या इसमें सरकार की गलती नहीं विभाग आखिर कहां सोई हुई है कि गरीब परिवार को प्रधानमंत्री आवास योजना नहीं देकर के जनप्रतिनिधियों के ऊपर भरोसा करते हुए पूंजी पतियों को ही प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ मिल पा रहा है और गरीब परिवार बेघर होते नजर आ रहे हैं ग्रामीण इलाकों के ग्रामीणों के द्वारा यह स्पष्ट आरोप है कि यह 5 वर्ष के वित्तीय काल में अगर प्रधानमंत्री आवास योजना एवं शौचालय का जांच हो तो सारे जनप्रतिनिधियों को पोल खुल जाएगी और यह सरकार को स्पष्ट दिखाई दे देगा कि गरीब आज कहां पर है और किस व्यक्ति को प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ मिल पाया है अब देखना यह दिलचस्प होगा कि आखिर कर यह सरकार की नींद है कब खुलेगी l

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