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पुलिस ने फिर किया चार साइबर अपराधियों को गिरफ्तार

पुलिस ने फिर किया चार साइबर अपराधियों को गिरफ्तार

गिरिडीह पुलिस ने फिर किया चार साइबर अपराधियों को गिरफ्तार

गिरिडीह, मनोज कुमार।

गिरिडीह:  गिरिडीह पुलिस ने एक बार फिर साइबर अपराधियों के खिलाफ अभियान चला कर जिले के बगोदर थाना क्षेत्र के नावाडीह में छापेमारी कर चार साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया है।

 

गिरफ्तार साइबर अपराधियों में कोडरमा थाना क्षेत्र के बोकोबार निवासी अजीत कुमार दास, अनुज पंडित, हजारीबाग जिला के चलकोसा निवासी शिवा साव और हजारीबाग जिले के ही बरकट्ठा थाना क्षेत्र निवासी सूरज कुमार साव शामिल है।

 

उक्त जानकारी गिरिडीह एसपी दीपक कुमार शर्मा ने मंगलवार को प्रेस वार्ता कर दी। उन्होंने बताया कि गिरफ्तार साइबर अपराधियों के पास से पुलिस ने 21 मोबाइल फोन, 65 सिम कार्ड, 9 एटीएम कार्ड, 5 पासबुक, 1 लैपटॉप, 1 बाइक, 2 आधार कार्ड और 2 पैन कार्ड बरामद किया है।

एसपी श्री शर्मा ने बताया कि प्रतिबिंब पोर्टल के माध्यम से सूचना मिली कि कुछ साइबर अपराधी जिले के बगोदर थाना क्षेत्र के नावाडीह में फर्जी सिम का उपयोग कर लोगों को ठगी करने का काम कर रहे हैं। इसी सूचना के आलोक में साइबर डीएसपी संदीप सुमन समदर्शी के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया। टीम जब नावाडीह में छापेमारी करने पहुंची तो पुलिस को देख सभी साइबर अपराधी भागने लगे। जिन्हें टीम में शामिल पुलिस निरीक्षक सह साइबर थाना प्रभारी साइबर अजय कुमार, पुअनि सावन कुमार साहू, गौरव कुमार, सअनि संजय मुखियार, गजेंद्र कुमार, साकेत वर्मा, सौरभ सुमन और आशुतोष रंजन खदेड़ कर गिरफ्तार कर लिया।

 

उन्होंने बताया कि ये सभी साइबर अपराधी काफी शातिर है। इन लोगों के द्वारा गिरोह बनाकर लोगों को ठगी करने का काम किया जाता था। पूछताछ के क्रम में इन साइबर अपराधियों ने स्वीकार किया कि ये लोग ईस्कॉर्ट सर्विस के नाम पर लोगों को झांसा में लेकर ठगी करते थे। ईस्कॉर्ट पेशन क्लब के माध्यम से लोगों को सर्विस उपलब्ध कराने का झांसा देकर लड़कियों से न्यूड वीडियो कॉलिंग का रिकॉर्डिंग कर उसका वीडियो लोगों के मोबाइल पर भेज कर ब्लैकमेलिंग करते थे।

 

एसपी ने बताया कि साइबर अपराध गिरिडीह से खत्म करने की मुहिम गिरिडीह पुलिस ने चला रखा है। यह अभियान तब तक जारी रहेगा जब तक यह अपराध जिले से पूरी तरह खत्म नहीं हो जाता। उन्होंने एक फिर साइबर अपराधियों को आगाह किया कि वे अपराध करना छोड़ दे या फिर जेल में जाने के लिए तैयार रहे।

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