झारखंड विधानसभा सत्र के आखरी दिन भी विपक्ष और सत्ता पक्ष के नेताओं का विरोध प्रदर्शन जारी….
झारखंड विधानसभा के बाहर विपक्ष और सत्ता पक्ष के नेताओं का विरोध प्रदर्शन जारी है. आज भी विभिन्न दलों के विधायक अपनी अपनी मांगों को लेकर सदन के बाहर विरोध प्रदर्शन पर बैठ गये, जिस वजह से आज फिर सदन बाधित रहा. सत्ता पक्ष की तरफ से नेता सीता सोरेन भी धरने बैठी रही.
धरने पर बैठे लोगों में निरसा विधायक अपर्ण सेन गुप्ता, झामुमो विधायक सीता सोरेन, आजसू विधायक लंबोदर महतो और बिजेपी विधायक विरंची नरायण शामिल थे. निरसा विधायक की मांग है कि उनके विधानसभा में एमारकुंड प्रखंड में बनने वाले आईएसएम निर्माण में बसे गरीब भूमिहीन लोगों को वहां से हटाने की प्रक्रिया बंद होनी चाहिए.
तो वहीं झामुमो विधायक की मांग है कि सीसीएल के आम्रपाली परियोजना में वन भूमि पर आर. के. टीसी. और बीएलए कंपनी द्वारा हो रहे अतिक्रमण पर रोक लगना चाहिए.
आजसू विधायक लंबोदर महतो की मांग है कि टीटीपीएस ललपनिया में हो रहे भ्रष्टाचार की जांच होनी चाहिए. वहीं भाजपा विधायक विरंची नरायण ने बिजली के मुद्दे पर झारखंड सरकार को घेरा है. उन्होंने अपने हाथ एक तख्ता लिया है जिसमें लिखा है बिजली बिजली हाहाकार सो रही है झारखंड सरकार.
बता दें कि शीतकालीन सत्र पहले दिन ही विपक्ष के विधायक जेपीएससी की परीक्षा रद्द करने की मांग को लेकर सदन के बाहर धरने पर बैठे थे और सीबीआई जांच की मांग कर रहे थे. बता दें कि कल ही झारखंड सरकार ने विधानसभा से मॉब लिंचिंग का कानून सदन से पारित कर दिया. ऐसा करने वाला झारखंड देश का चौथा राज्य बना.