रांची, । स्वास्थ्य विभाग ने ओमिक्रोन को लेकर एक बार फिर सभी उपायुक्तों को सचेत किया है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य अभियान, झारखंड के अभियान निदेशक रमेश घोलप रमेश ने बुधवार को सभी उपायुक्तों को पत्र भेजकर इससे बचाव व निपटने को लेकर तमाम तैयारियां दुरुस्त रखने को कहा है। उन्होंने केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण द्वारा 21 दिसंबर को दिए गए दिशा-निर्देशों को भी अपने पत्र के साथ संलग्न करते हुए उसका सख्ती से अनुपालन करने को कहा है।
भारत के 16 राज्यों में ओमिक्रोन दे चुका दस्तक
अभियान निदेशक ने अपने पत्र में कहा है कि कोरोना का नया स्वरूप ओमिक्रोन पूरे विश्व के साथ भारत के 16 राज्यों में दस्तक दे चुका है। अभी तक देश में 253 ओमिक्रोन संक्रमित मरीजों की पुष्टि की जा चुकी है। इस नए किस्म के वायरस के प्रसार को रोकने, बचाव, रोकथाम एवं नियंत्रण के मद्देनजर झारखंड में निगरानी तंत्र के माध्यम से सतर्क रहने की आवश्यकता है। दूसरे देश तथा अन्य राज्यों से आनेवाले सभी यात्रियों की जांच, पहचान तथा इलाज हेतु आवश्यक तैयारियां जैसे बेड, आक्सीजन, पीएसए प्लांट, मानव संसाधन की उपलब्धता की समीक्षा करने की आवश्यकता है। उन्होंने राज्य के अपर मुख्य सचिव अरुण कुमार सिंंह द्वारा सात दिसंबर को जारी दिशा-निर्देश का भी अनिवार्य रूप से पालन करने को कहा है।
night curfew, शादी-विवाह, कार्यक्रमों में संख्या सीमित करने पर करें विचार
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने राज्य सरकार को पत्र लिखकर ओमिक्रोन के बढ़ते प्रसार को रोकने के लिए सख्त रणनीतिक उपाय करने को कहा है। इसमें रात का कफ्र्यू लगाना, एक जगह ज्यादा लोगों को एकत्र होने से रोकना, शादी-विवाह और अंतिम संस्कार इत्यादि में शामिल होने वालों की संख्या सीमित करना शामिल है। उन्होंने आपातकालीन संचालन केंद्रों को भी सक्रिय करने की सलाह दी है। साथ ही सभी स्तरों पर निगरानी बढ़ाने और जांच में तेजी लाने को भी कहा है। उन्होंने अधिक संक्रमित मिलने पर नमूनों को तुरंत जीनोम सीक्वेंङ्क्षसग पर भी जोर दिया है।