जैसा की आप देख रहे तीन दिनों में पिछड़ी जाति के सातवें विधायक ने छोड़ी भाजपा, शिकोहाबाद से विधायक डा. मुकेश वर्मा का मोहभंग
जैसा की आप देख रहे तीन दिनों में पिछड़ी जाति के सातवें विधायक ने छोड़ी भाजपा, शिकोहाबाद से विधायक डा. मुकेश वर्मा का मोहभंग
उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव में पहले चरण के वोट से पहले नेताओं का दल बदलने का सिलसिला सुरु है। इसमें सर्वाधिक संख्या भारतीय जनता पार्टी को छोडऩे वालो की है।
उत्तर प्रदेश के विधानसभा मतदान से पहले भारतीय जनता पार्टी में पिछले वर्ग के नेताओं में भगदड़ मच गई है। फिरोजाबाद के शिकोहाबाद से भाजपा के विधायक डा. मुकेश वर्मा ने गुरुवार को दल छोड़ दी है। डा मुकेश वर्मा ओबीसी वर्ग के सातवें ऐसे विधायक हैं, जिन्होंने भारतीय जनता दल से इस्तीफा ले लिया है।
जैसा की मै आपको बटने जा रही हु फिरोजाबाद के शिकोहाबाद से भारतीय जनता पार्टी के विधायक डा. मुकेश वर्मा ने विधानसभा की सदस्यता के साथ दल इस्तीफा दे दिया है। योगी आदित्यनाथ सरकार में कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य तथा दारा सिंह चौहान के साथ डा. मुकेश वर्मा ओबीसी वर्ग के सातवें ऐसे नेता हैं, जिन्होंने भाजपा से इस्तीफा दिया है। वह पिछले तीन दिनों में भारतीय जनता पार्टी से इस्तीफा देने वाले सातवें हैं
ओबिसी के नेता मुकेश वर्मा ने इस्तीफा देने के बाद बोले कि स्वामी प्रसाद मौर्य उनके नेता हैं और वह जहां भी जाएंगे, उनका अनुसरण करेंगे। वर्मा ने यह भी कहा कि आने वाले समाय में उनके साथ और भी कई विधायाक जुड़ेंगे। वर्मा ने कहा कि स्वामी प्रसाद मौर्य हमारे विधायाक हैं। वह जो भी निर्णय लेंगे हम उसका समर्थन करेंगे। आने वाले दिनों में भाजपा के कई अन्य विधायाक हमारे साथ आएंगे।
शिकोहाबाद भाजपा नेता डा मुकेश वर्मा ने पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य के साथ जाने का घोषणा किया है। डा. वर्मा 2017 में बसपा छोड़ भाजपा में शामिल हुए थे। भाजपा ने इसके बाद उनको शिकोहाबाद से चुनाव के मैदान में उतारा था। डा. मुकेश वर्मा पहली बार नेता बने थे। उन्होंने गुरुवार को प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह अपनी इस्तीफा भेजा है। इस बार उनका टिकट कटने की चर्चा भी काफी तेजी से हो रही थी। ओबिसी वर्ग के नेताओं की इस भगदड़ से भाजपा का शीर्ष नेतृत्व भी हैरान है। बीते साल ही शिकोहाबाद से भाजपा नेता डा. मुकेश वर्मा कोरोना से संक्रमित हो गए थे।