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गुमला :जिला मुख्यालय में अवस्थित महिला, बाल, विकास एवं सामाजिक सुरक्षा विभाग के नवनिर्मित ‘सखी’ वन स्टॉप सेंटर का फीता काटकर शुभारंभ किया।

गुमला :संवाददाता- अजीत सोनी

गुमला :  में उपायुक्त शिशिर कुमार सिन्हा ने आज जिला मुख्यालय में अवस्थित महिला, बाल, विकास एवं सामाजिक सुरक्षा विभाग के नवनिर्मित ‘सखी’ वन स्टॉप सेंटर का फीता काटकर शुभारंभ किया।
दीप प्रज्जवलित कर महिला, बाल, विकास एवं सामाजिक सुरक्षा विभाग द्वारा आयोजित एक दिवसीय जागरूकता कार्यशाला का भी शुभारंभ किया।

इस अवसर पर उपायुक्त ने कहा कि सखी वन स्टॉप सेंटर का मुख्य उद्देश्य 18 से अधिक आयु वाली वैसी महिलाएं जो घरेलु हिंसा, शारीरिक एवं मानसिक उत्पीड़न, मानव तस्करी तथा यौन उत्पीड़न की शिकार हैं,
सखी वन स्टॉप सेंटर में इन महिलाओं को 05 दिनों का आश्रय भी प्रदान किया जाएगा। बताया कि पीड़ित महिलाओं को परामर्श सहित त्वरित चिकित्सीय सुविधा प्रदान करने हेतु सखी वन स्टॉप सेंटर में चिकित्सीय पदाधिकारी, पुलिस पदाधिकारी तथा कानूनी परामर्श प्रदान करने हेतु न्यायिक पदाधिकारी की प्रतिनियुक्ति की गई है। जो निरंतर पीड़ित महिलाओं को सहायता प्रदान करने की दिशा में कार्य करेंगे। उपायुक्त ने गाँव-गाँव जाकर सखी वन स्टॉप सेंटर का व्यापक प्रचार-प्रसार करने पर विशेष जोर दिया।
वही बार एसोसिएशन के अध्यक्ष नन्दलाल ने कहा कि पूर्व में प्रताड़ित एवं हिंसा से पीड़ित महिलाओं को आश्रय संबंधी समस्याएं उत्पन्न होती थी लेकिन सखी वन स्टॉप सेंटर के माध्यम से न सिर्फ उन्हें आश्रय प्रदान किया जाएगा, सामाजिक सुरक्षा विभाग द्वारा किए गए इस अनूठे पहल को महिला सशक्तिकरण की दिशा में बेहद महत्वपूर्ण बताते हुए महिलाओं के लिए लाभकारी बताया। इस अवसर पर सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकार गुमला आनन्द सिंह ने कहा कि हिंसा तथा उत्पीड़न की शिकार महिलाओं को तत्काल परामर्श प्रदान करने की दिशा में कानून एवं वन स्टॉप सेंटर एक कड़ी के रूप में कार्य करेगा।

उन्होंने बताया कि जिला विधिक सेवा प्राधिकार द्वारा भी पीड़ित महिलाओं को कानूनी संबंधी परामर्श अथवा अन्य किसी प्रकार की सहायता/ परामर्श की आवश्यकता हो तो वे बेझिझक जिला विधिक सेवा प्राधिकार कार्यालय में संपर्क कर अपनी बात रख सकते हैं।
इधर समाज कल्याण पदाधिकारी सीता पुष्पा ने सखी वन स्टॉप सेंटर की विस्तृत जानकारी आमजन लोगो के साथ साझा करते हुए बताया कि हिंसा से प्रभावित महिलाओं को एक ही छत के नीचे निजी एवं सार्वजनिक दोनो जगहों पर एकीकृत समर्थन एवं सहायता प्रदान किया जाएगा। सखी वन स्टॉप का मुख्य उद्देश्य महिलाओं के खिलाफ किसी भी प्रकार की हिंसा से लड़ने के लिए एक छत के नीचे उन्हें चिकित्सा, कानूनी, मनोवैज्ञानिक एवं परामर्श सहित सेवाओं की एक श्रृंखला के लिए तत्काल, आपातकालीन एवं गैर-चिकित्सीय सुविधा तक पहुँच प्रदान करना है।, जाति, वर्ग, धर्म, क्षेत्र, यौन, अभिविन्यास या वैवाहिक स्थिति के बावजूद प्रभावित 18 वर्ष से कम उम्र की लड़कियों सहित सभी महिलाओं का समर्थन करेगा। वहीं 18 वर्ष से कम उम्र की लड़कियों के लिए किशोर न्याय (बच्चों की देखभाल तथा संरक्षण) अधिनियम 2000 के तहत स्थापित संस्थान तथा प्राधिकरण यौन अपराध अधिनियम 2012 के तहत बच्चों के संरक्षण को वन स्टॉप सेंटर के साथ जोड़ा जाएगा। इसके अलावा उन्हें पाँच दिनों का आश्रय भी प्रदान किया जाएगा। जिला समाज कल्याण पदाधिकारी ने महिला हेल्पलाइन संख्या 181 की जानकारी दी।


कार्यशाला में उपस्थित सृजन फाउंडेशन के प्रतिनिधियों द्वारा गुमला जिले में हिंसा, मानव तस्करी, बलात्कार, यौन उत्पीड़न, घरेलु हिंसा इत्यादि से पीड़ित महिल जानकारी दी.

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