सड़क दुर्घटना में कटकमसांडी बस्ती निवासी रंजीत ठाकुर हुए गंभीर रूप से घायल, सदर विधायक के प्रयास से एचएमसीएच में हुआ इलाज, रिम्स रेफर
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एचएमसीएच की चिकित्सीय लापरवाही पर सदर विधायक गंभीर, अस्पताल प्रबंधन को लगाई फटकार
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हजारीबाग : सोमवार को देर शाम को सदर विधानसभा क्षेत्र के कटकमसांडी प्रखंड अवस्थित कटकमसांडी बस्ती में एक दुखद घटना घटी। जिसमें कटकमसांडी ग्राम निवासी श्री रंजीत ठाकुर का अनियंत्रित हो गए और एक दीवार से जा टकराया। इस घटना में रंजीत ठाकुर बुरी तरह घायल हो गए। उनके सिर में गंभीर चोटें आई। कटकमसांडी सीएचसी में इलाज कराने के बाद चिकित्सकों द्वारा रेफर किए जाने के बाद कटकमसांडी के स्थानीय लोग और उनके परिजन इन्हें लेकर हजारीबाग मेडिकल कॉलेज अस्पताल पहुंचे और इसकी सूचना तत्काल सदर विधायक मनीष जायसवाल को दी। जिसके बाद विधायक श्री जायसवाल के निर्देश पर मैं तत्काल अस्पताल पंहुचा। एचएमसीएच में इमरजेंसी ड्यूटी में इएनटी स्पेशलिस्ट चिकित्सक ड्यूटी पर थे। माथे पर गंभीर चोट होने की वजह से तत्कालीन का सीटी स्कैन कराने का निर्देश चिकित्सक ने दिया और सर्जन से दिखाने को कहा। मरीज को जब हमोलगों ने मेल सर्जिकल वार्ड में भर्ती कराया और यहां वार्ड में तैनात नर्सिंग स्टाफ से सर्जन ऑन कॉल ड्यूटी के बारे में पूछा गया तो जानकारी नहीं होने की बात कही गई। जिसके बाद मैंने एचएमसीएच के सुपरिटेंडेंट डॉ. विनोद कुमार से संपर्क साधकर वार्ड में ड्यूटी रोस्टर नहीं होने और वार्ड में तैनात नर्सिंग स्टाफ को एसओसी और पीओसी की जानकारी नहीं होने की बात पर व्यवस्था पर सवाल खड़ा किया और तत्काल मरीज की स्थिति को देखते हुए सर्जन से दिखाने का उनसे अनुरोध किया। मैंने इसकी जानकारी सदर विधायक श्री मनीष जायसवाल को भी दी। विधायक श्री मनीष जायसवाल ने भी तत्काल अस्पताल प्रबंधन से बातकर प्रबंधन की लापरवाही पर फटकार लगाई। जिसके बाद तत्काल दो सर्जन यहां पहुंचे और मरीज का यथोचित दवाई- सुई किया। मैंने यहां अवस्थित हेल्पमैप डायग्नोस्टिक सेंटर में मरीज का देर रात सीटी स्कैन कराया। जिसमें सिर पर गंभीर चोट होने की वजह से चिकित्सकों ने मरीज रिम्स रेफर कर दिया। मैंने और मरीज के परिजनों ने लगातार 108 एंबुलेंस सेवा से संपर्क साधने की कोशिश की लेकिन कोई रिस्पांस नहीं मिलने पर सदर विधायक श्री मनीष जायसवाल द्वारा जनता को प्रदत्त एंबुलेंस के जरिए मरीज को रिम्स भेजा ।
ईश्वर की लीला भी अपरंपार है। किसी परिवार पर ऐसा हो सकता है यह किसी ने सोचा नहीं था। घायल रंजीत ठाकुर के पिता दशरथ ठाकुर की कुछ वर्ष पूर्व भी बिजली का करंट लगने से आकस्मिक निधन हो गया था। इस परिवार पर घटी इस घटना से पूरे कटकमसांडी ग्राम क्षेत्र में मायूसी छा गया है ।