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आँगनबाड़ी सेविकाओं को जल्द ही उपलब्ध कराया जायेगा मोबाईल फोन : निदेशक l

क्षेत्रीय पौष्टिक खाद्य पदार्थो से भी कुपोषण को दूर किया जा सकता है : जिला समाज कल्याण पदाधिकारी l

राष्ट्रीय पोषण माह-2021 का जिला स्तरीय कार्यशाला का आयोजन नगर भवन, हजारीबाग में की गई। कार्यशाला का शुभांरभ श्री ए.दोड्डे, निदेशक, समाज कल्याण, हजारीबाग ने दीप प्रज्जवलित करके किया। इस अवसर पर कृष्णा टोप्पो, सहायक निदेशक समाज कल्याण, उप विकास आयुक्त अभय कुमार सिन्हा, कुपोषण उपचार केन्द्र के चिकित्सा प्रभारी डा.सुभाष प्रसाद उपस्थित थे। मुख्य अतिथि निदेशक, समाज कल्याण के कार्यशाला स्थल पहुंचने पर महिला पर्यवेक्षिकाओं द्वारा उनका स्वागत तिलक एवं स्वागत गान से किया गया। निदेशक ने राष्ट्रीय पोषण माह-2021 में किये गये कार्यो की सराहना करते हुए कहा कि पोषण अभियान के आप लोगों के द्वारा कार्य काफी अच्छा किया जा रहा है। क्षेत्रीय पौष्टिक आहार पर प्रकाश डालते हुए महिला पर्यवेक्षिकाओं एवं आँगनबाड़ी सेविकाओं से कहा कि आप अपने क्षेत्र में पाये जानेवाले पौष्टिक खाद्य पदार्थो के बारे में लोगों को जानकारी देते हुए उसके प्रयोग के लिए प्रोत्साहित करते है तो बहुत जल्द ही कुपोषण से मुक्ति मिल सकती है। उन्होंने कहा कि अब प्रत्येक केन्द्रों में पोषण के तहत बच्चों के बीच अण्डा का वितरण बहुत जल्द ही किया जायेगा। श्री दोड्डे ने कहा कि सभी केन्द्रों में किचन गार्डन, शौचालय की व्यवस्था, साफ पानी उपलब्ध कराना सुनिश्चित की जायेगी। उन्होंने बताया कि बहुत जल्द ही पोषण अभियान के तहत सभी आँगनबाड़ी सेविकाओं को मोबाईल भी उपलब्ध कराया जायेगा। उन्होंने कहा कि सरकार की योजनाओं को सफल बनाने में आपसभी की भूमिका अह्म है। श्री दोड्डे ने आँगनबाड़ी सेविकाओं के कार्यो के लिए धन्यवाद भी दिया। इन्दू प्रभा खालखो, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी ने अतिथियों का स्वागत एवं अभिनंदन करते हुए कहा कि कार्यक्रम के सफल संचालन के लिए उपायुक्त, उप विकास आयुक्त, सहित जिला स्तरीय पदाधिकारी, प्रखंड स्तरीय पदाधिकारी, कर्मियों एवं आँगनबाड़ी सेविकाओं को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि बेहतर पोषण प्राप्त करना सभी का अधिकार है। उन्होंने कहा कि संविधान में भी लोगों के पोषण एवं जीवन स्तर को बेहत्तर बनाने का उल्लेख किया गया है। पोषण के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए सरकार द्वारा विभिन्न योजनाओं का संचालन किया जा रहा है। उसके बाद भी कुपोषण को दूर करने में काफी चुनौतियाँ सामने है। उन्होंनें कहा कि क्षेत्रीय पौष्टिक खाद्य पदार्थो से भी कुपोषण को मुक्त किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि केन्द्र सरकार द्वारा कुपोषण से लड़ने के लिए 8 मार्च 2018 में पोषण अभियान की शुरूआत की गइी थी, जिसका उद्देश्य वर्ष 2022 तक लक्ष्य को प्राप्त करना है। 1 से 30 सितम्बर तक पोषण माह का आयोजन किया गया है, जिसका थीम ‘‘कुपोषण छोड़ पोषण की और थामे क्षेत्रीय पोषण की डोर’’ है। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय पोषण माह मनाने का उद्देश्य पोषण अभियान को जन आंदोलन बनाना है, ताकि सभी को पोषण मिल सके। महिला पर्यवेक्षिकाओं द्वारा विभिन्न स्थानों पर रंगोली भी बनाया गया। महिला पर्यवेक्षिकाओं द्वारा पौष्टिक खाद्य पदार्थो का स्टॉल भी लगाया गया। स्कूली बच्चों द्वारा स्वागत गीत प्रस्तुत किये गये। छोटे-छोटे बच्चों द्वारा हरी-साग सब्जी के आभुषण पहनकर भी जागरूक करने का प्रयास किया। मुख्य अतिथि द्वारा सभी स्टॉलों का निरीक्षण करते हुए कई निदेश दिये। अंत में मुख्य अतिथि द्वरा पोषण जागरूकता रथ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया। कार्यक्रम का संचालन महिला पर्यवेक्षिका माधवी कुमारी ने की। इस अवसर पर मुख्य रूप से बाल विकास परियोजना पदाधिकारी डा.रेखा रानी, नीलू रानी, अर्चना एक्का, प्रशिक्षु उप समाहर्त्ता-सह-बाल विकास परियोजना पदाधिकारी, हजारीबाग ग्रामीण एवं पदमा नीलम कुमारी, जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी संजय प्रसाद, महिला पर्यवेक्षिकाओं में पूजा राय, किरण कुमारी, कुसुम देवी, राधा देवी, कार्यालय कर्मियों दिलीप कुमार, सतीश कुमार रजक, अभिषेक कुमार सिंह, अनुभा श्वेता होरो, आफताब आलम, यमुना साव, मुक्ति डालिम कुजूर, राकेश कुमार सिंह, विजय कुमार दास सहित बड़ी संख्या में महिला पर्यवेक्षिकाएँ, आँगनबाड़ी सेविकाएँ सहित अन्य लोग उपस्थित थी।

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